रांची:जिले के उपायुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी राहुल कुमार सिन्हा ने निर्वाचन कार्य में लापरवाही बरतने वाले बीएलओ और सुपरवाइजर को शोकॉज जारी किया है. साथ ही उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई का आदेश भी दिया है. जिला समाहरणालय में निर्वाचन कार्य से संबंधित कामकाज की समीक्षा करते हुए राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि संबंधित पदाधिकारी निर्वाचन कार्य ससमय पूरा करें. आने वाले अगले 15 दिन काफी महत्वपूर्ण हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए हर काम को गंभीरता पूर्वक पूरा करें.
यह भी पढ़ें:Video: रिम्स के ब्लड बैंक में खून की कमी, कलेक्ट्रेट ऑफिस के कर्मचारी और उपायुक्त ने किया रक्तदान
इस मौके पर उपायुक्त ने कहा कि बीएलओ और सुपरवाइजर हाउस टू हाउस वेरिफिकेशन का काम 15 दिनों के भीतर पूरा करें. उन्होंने वोटर लिस्ट एक-एक कर जांच करके संबंधित सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी को एक पन्ना देने को कहा, जिसकी ये अधिकारी जांच करेंगे कि मतदाता सूची सही है.
सभी मतदान केंद्रों के फिजिकल निरीक्षण का निर्देश: जिला समाहरणालय में आयोजित इस बैठक में सभी संबंधित अधिकारियों को मतदान केंद्रों का फिजिकल निरीक्षण करते हुए जर्जर मतदान केंद्रों और जिन पुराने मतदान केंद्रों में परिवर्तन स्थल की आवश्यकता है, उसकी सूची बना कर उसे दुरुस्त कराने के लिए कहा गया. इसके अलावा संबंधित अधिकारी को शहरी क्षेत्र में घूम-घूम कर मतदान संबंधी सर्वे कार्य पूरा करने का निर्देश भी उपायुक्त ने दिया है. बैठक में जिन मतदान केंद्रों पर 1500 से अधिक मतदाता हैं उन्हें अन्य केंद्रों पर समाहित करने का निर्देश दिया गया.
बैठक में ये थे मौजूद: समाहरणालय में आयोजित इस बैठक में निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी तमाड़ सह अनुमंडल पदाधिकारी बुंडू, राजेश कुमार साव, निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी सिल्ली- सह अपर समाहर्त्ता रांची, राजेश कुमार बरवार एवं निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी खिजरी सह अपर समाहर्त्ता (नक्सल) राम वृक्ष महतो, निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी रांची-सह अनुमंडल पदाधिकारी (सदर) रांची, दीपक कुमार दुबे, निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी- हटिया-सह-अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था) रांची, राजेश्वर नाथ आलोक, निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, मांडर सह-विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी रांची, अल्बर्ट बिलुंग, उप निर्वाचन पदाधिकारी रांची, विवेक कुमार सुमन और जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रांची, डॉ प्रभात शंकर और सभी सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी और संबंधित सभी अधिकारी मौजूद थे.