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झारखंड सरकार को कमजोर करने की कोशिश में केंद्र सरकारः धीरज साहू - कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू

झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू ने बुधवार को केंद्र सरकार पर हमला बोला. धीरज साहू ने कहा कि सोची समझी रणनीति के तहत केंद्र सरकार झारखंड सरकार को कमजोर करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर केंद्र सरकार अब भी झारखंड सरकार का सहयोग नहीं करती तो हम लोग विरोध प्रदर्शन करेंगे.

rajya sabha member dheeraj Sahu
राज्यसभा सांसद धीरज साहू

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Published : Jan 20, 2021, 7:44 PM IST

Updated : Jan 20, 2021, 9:42 PM IST

नयी दिल्लीःझारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता धीरज साहू ने बुधवार को केंद्र सरकार पर हमला बोला. धीरज साहू ने कहा कि सोची समझी रणनीति के तहत केंद्र सरकार झारखंड सरकार को कमजोर करने की कोशिश कर रही है. साहू ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को अगर आश्वासन दिया है कि केंद्र सरकार अब झारखंड की हर संभव मदद करेगी तो इस आश्वासन का हम स्वागत करते हैं. लेकिन इस आश्वासन के बाद भी अगर केंद्र सरकार झारखंड सरकार का सहयोग नहीं करेगी तो पूरे झारखंड में हम लोग विरोध प्रदर्शन करेंगे.

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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता धीरज साहू ने कहा कि राज्यों को केंद्र सरकार से जो फंड मिलता है वह झारखंड को नहीं मिल रहा है. झारखंड का पैसा केंद्र सरकार रखे हुए है लेकिन वह राज्य सरकार को नहीं दे रही है. दामोदर घाटी निगम (DVC) के बकाये राशि पर केंद्र सरकार का जो रुख रहा है वह बहुत गलत है. विकास कार्यों में भी केंद्र सरकार झारखंड सरकार की मदद नहीं करती. उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड सरकार के साथ केंद्र सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है क्योंकि झारखंड में बीजेपी की सरकार नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि ऑपरेशन लोटस चलाकर झारखंड में बीजेपी महागठबंधन सरकार नहीं गिरा पाएगी. झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद गठबंधन की सरकार एकजुट है. सभी विधायक एकजुट हैं और सरकार 5 साल चलेगी.

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इन मुद्दों पर था विवाद

बता दें कि केंद्र और झारखंड सरकार के बीच कई मुद्दों पर मतभेद था. जीएसटी के मुआवजे, दामोदर घाटी निगम (DVC) के बकाये पर केंद्र के रुख ने तल्खी को और बढ़ा दिया था. झारखंड सरकार के आग्रह को दरकिनार करते हुए केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने दो किस्तों में बकाया राशि सीधे आरबीआई खाते से काट ली है. कोयला के रॉयल्टी के मुद्दे पर भी झारखंड की अनदेखी की बात कही जा रही है. इन सब के कारण केंद्र और झारखंड सरकार के बीच टकराव बढ़ रहा था लेकिन झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली आए और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले. केंद्रीय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी से मिले और इन मुलाकातों के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दावा किया है कि अब दोनों सरकार के बीच सब कुछ ठीक है. झारखंड सरकार की केंद्र सरकार हर संभव मदद करेगी.

Last Updated : Jan 20, 2021, 9:42 PM IST

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