रांचीः झारखंड के बड़े कारोबारी विष्णु अग्रवाल ईडी के सवालों का सामना करने के लिए ईडी के रांची स्थित जोनल कार्यालय पहुंच चुके हैं. रांची के चेशायर होम रोड की जमीन डील को लेकर विष्णु अग्रवाल से पूछताछ की जा रही है. बुधवार को दिन के 11 बजे विष्णु अग्रवाल को ईडी के जोनल ऑफिस में हाजिर होने के लिए कहा गया था. विष्णु अग्रवाल तय समय से 15 मिनट पहले ही दफ्तर पहुंच गए. फिलहाल ईडी दफ्तर में विष्णु अग्रवाल से पूछताछ शुरू हो गई है जो देर शाम तक चलने की उम्मीद है.
ईडी ने जारी किया था समनःगौरतलब झारखंड के बड़े कारोबारियों में शुमार विष्णु अग्रवाल के रांची में कई मल्टीप्लेक्स और मॉल हैं. कुछ और बड़े मॉल और अपार्टमेंट्स बनाने की लालच में विष्णु अग्रवाल फर्जी कागजातों के आधार पर जमीन की खरीद-फरोख्त में शामिल हो गए. जिसके बाद वह भी ईडी की रडार पर आ गए. जमीन के कागजातों की हेराफेरी मामले में ही ईडी विष्णु अग्रवाल से पूछताछ कर रही है.
फर्जी कागजात के आधार पर जमीन खरीदीःदरअसल रांची के चेशायर होम रोड की जमीन विष्णु अग्रवाल ने सत्ता के पावर ब्रोकर कहे जाने वाले प्रेम प्रकाश के करीबी पुनीत भार्गव से खरीदी थी. जमीन के फर्जी कागजात अफसर अली ने कोलकाता के रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस के दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर बनाए थे. इस मामले में विष्णु अग्रवाल की भूमिका भी सामने आई है.
गौरतलब है कि इससे पहले मई महीनें में भी ईडी ने विष्णु अग्रवाल को समन किया था, लेकिन तब स्वास्थ्य कारणों से उनसे पूछताछ नहीं हो पायी थी. जबकि ईडी ने चार्जशीट में यह जिक्र किया है कि जमीन के फर्जीवाड़े में जो गिरोह शामिल था, उस गिरोह के सदस्य अफसर अली ने विष्णु अग्रवाल के द्वारा खरीदी गई जमीन में फर्जीवाड़े की जानकारी ईडी को दी है. ईडी को अफसर अली ने बयान दिया है कि चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन के फर्जी कागजात बनाए जाने के बाद उसके सहयोगी इम्तियाज अहमद ने इस जमीन की रजिस्ट्री प्रेम प्रकाश के करीबी पुनीत भार्गव को की, इम्तियाज ने यह रजिस्ट्री 1.78 करोड़ में करने की बात डीड में दिखायी. बाद में पुनीत भार्गव ने इस जमीन की रजिस्ट्री 1.80 करोड़ में विष्णु अग्रवाल और उनकी पत्नी को बेच दी. दरअसल विष्णु अग्रवाल हर उस जमीन के पीछे सफेदपोश की तरह थे जिस पर आलीशान मल्टीप्लेक्स बनाए जाने की संभावनाएं थीं.