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रिम्स गर्ल्स हॉस्टल के पास अश्लील हरकत करने पर देना पड़ा खून, अनोखी सजा की चर्चा

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Published : Nov 17, 2021, 10:56 PM IST

रिम्स गर्ल्स हॉस्टल के पास पिछले कुछ दिनों से जाकर अश्लील हरकत करनेवाले एक मजनू को मेडिकल स्टूडेंट्स ने पकड़ लिया. फिर तो स्टूडेंट्स ने उसे रक्तदान की सजा दी गई. पढ़िए पूरी रिपोर्ट

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रिम्स गर्ल्स हॉस्टल के पास अश्लील हरकत करने पर देना पड़ा खून

रांचीः रिम्स की मेडिकल छात्राओं के हॉस्टल के पास पिछले कुछ दिनों से जाकर अश्लील हरकत करनेवाले एक मजनू को मेडिकल स्टूडेंट्स ने पकड़ लिया. फिर तो स्टूडेंट्स ने उसे ऐसी सजा दी कि सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. इस बीच मजनू माफी मांगता रहा.

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रिम्स के मेडिकल छात्रों को कुछ गर्ल्स स्टूडेंट्स ने जानकारी दी थी कि एक युवक पिछले कुछ दिनों से हॉस्टल के सामने आकर गंदी हरकत करता है. ऐसे में स्टूडेंट्स ने उसे पकड़ने की योजना बनाई. मेडिकल छात्र आरोपी की ताक में बैठे थे, तभी युवक आ गया और उसे अश्लील हरकत करते हुए मेडिकल स्टूडेंट्स ने पकड़ लिया. पकड़े जाने पर युवक छोड़ देने के लिए गिड़गिड़ाने लगा और भविष्य में ऐसी गलती नहीं करने की कसम खाने लगा. लेकिन छात्रों ने उसे छोड़ने की शर्त रख दी कि वह रक्तदान करे, जिसके लिए वह तुरंत तैयार हो गया. उस मनचले युवक से पहले रक्तदान करवाया गया,फिर उसके परिजनों को बुलाकर इस नसीहत के साथ सौंप दिया कि वह दोबारा ऐसी हरकत न करे.



सैनिक कॉलोनी का था युवक


सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मनचला युवक सैनिक कॉलोनी निवासी बताया जाता है. वह पिछले 6-7 दिनों से रिम्स के गर्ल्स हॉस्टल के पास जाकर अश्लील हरकतें कर रहा था. इसके बाद मेडिकल स्टूडेंट्स ने मनचले युवक को दबोच लिया. बाद में जब उसे बरियातु थाने में मामला दर्ज कराने की चेतावनी दी गई तो उसने अपनी गलती स्वीकार कर ली और माफी के लिए गिड़गिड़ाने लगा. इस पर डॉक्टर्स ने उसके सामने रक्तदान की शर्त रख दी जिस पर मनचला तैयार हो गया. इसके बाद युवक ने रिम्स में रक्तदान किया. तब जाकर उसके परिजनों को बुलाया गया और उसे उनके हवाले कर दिया गया.

क्या कहते हैं रिम्स स्टूडेंट्स

डॉ. चंद्रभूषण ने बताया कि पकड़े जाने के बाद बरियातु थाने के जवानों के सामने भी मनचले युवक ने अपनी गलती स्वीकार की. तब उसे सामाजिक रूप से जवाबदेह बनाने के लिहाज से उसे रक्तदान करने को कहा गया.

क्या कहते हैं बरियातू थाने के दारोगा

रांची के बरियातू थाना के दारोगा मारुति नंदन ने ईटीवी भारत से फोन पर बताया कि पूरे मामले में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है क्योंकि आरोपी युवक और उसे पकड़ने वाले रिम्स के मेडिकल स्टूडेंट ने कहा कि समझा-बुझाकर युवक को छोड़ देने का समझौता हो गया है. इस सजा की खूब चर्चा हो (unique punishment) रही है. हालांकि ब्लड डोनेशन जबरन कराने पर भी कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं.

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