रांचीः आदिवासी समाज के लोग लंबे समय से अपनी पहचान की लड़ाई लड़ रहे हैं. झारखंड विधानसभा से सरना आदिवासी धर्म कोड का प्रस्ताव पारित किए जाने के बाद केंद्र में सरना आदिवासी धर्मकोड के प्रस्ताव को पास करने को लेकर आदिवासी समाज के लोग अपनी रणनीति तैयार कर रहे हैं. इसी कड़ी में आदिवासी सेंगेल अभियान, केंद्रीय सरना समिति और अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के संयुक्त तत्वाधान में एक बार फिर रोड रेल चक्का जाम करने और राजभवन के समक्ष धरना प्रदर्शन का आवाहन किया है.
सरना धर्म कोड की मांग पर अड़ा आदिवासी समाज, 21 जनवरी को राजभवन के समक्ष देंगे धरना
आदिवासी समाज लगातार सरना धर्मकोड की मांग कर रहा है. इसी क्रम में केंद्र से प्रस्ताव पारित नहीं होने के कारण 21 जनवरी को अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद, केंद्रीय सरना समिति और आदिवासी सेंगेल अभियान के संयुक्त तत्वाधान में राजभवन के समक्ष धरना प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा.
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2021 में होगी जनगणना
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि राज्य सरकार ने सरना आदिवासी धर्म कोड के प्रस्ताव को केंद्र में भेजने का काम किया है, लेकिन केंद्र सरकार ने इसे अब तक पास नहीं किया है, क्योंकि 2021 में ही जनगणना होनी है. ऐसे में सरना आदिवासी धर्म कोड का प्रस्ताव जल्द से जल्द पास किया जाए. इसी मांग को लेकर लगातार आदिवासी संगठन चरणबद्ध तरीके से आंदोलन कर रहे हैं.