रांची: गुरुवार को राजधानी में सदर थाना क्षेत्र के कोकर मोहल्ले के पास काफी उहापोह के साथ पुलिस और पब्लिक के बीच काफी नोंक-झोंक देखने को मिली (protest in Ranchi). डेला टोली के पास स्थित सरना स्थल की जमीन बेचने का आरोप लगाकर स्थानीय लोगों ने कारोबारियों के खिलाफ सड़क जाम किया. लोगों का कहना है कि जब तक उनके धार्मिक स्थल को नहीं छोड़ा जाएगा तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा (protest over Sarna Sthal land dispute in Ranchi).
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कोकर मोहल्ले के पास विरोध प्रदर्शन की वजह से राजधानी के बूटी मोड़ से लेकर कांटा टोली तक करीब आधे घंटे तक जाम रहा. वहीं कोकर मोड़ के पास करीब घंटों तक लोगों को जाम का समस्या से जूझना पड़ा. इस जाम की वजह से लोगों को काफी परेशानी हुई, सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गयी (Ranchi road jam). इस हंगामे को देखते हुए मौके पर सदर थाना की पुलिस पहुंची और स्थानीय लोगों को समझाने का प्रयास किया गया.
डेला टोली सरना स्थल की जमीन का विवादः सदर थाना इंचार्ज एसके महतो ने बताया कि डेला टोली के पास जो सरना स्थल है, उसकी बिक्री की सूचना को लेकर स्थानीय आक्रोशित हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्षों से वह अपने धर्म के अनुसार उस सरना स्थल पर पूजा कर रहे हैं. लेकिन इसका किसी भी प्रकार का प्रमाण या कागजी रिकॉर्ड नहीं है. वहीं दूसरी ओर जो लोग उस जमीन को बेचने या फिर वहां पर भवन निर्माण करने की बात कर रहे उनके पास जमीन की रसीद और मोटेशन भी है. थाना इंचार्ज ने बताया कि दूसरे पक्ष का कहना है कि उस जमीन की रैयती उनके पास है इसीलिए उस जमीन पर वह अपना निर्माण कार्य करना चाहते हैं. लेकिन स्थानीय लोग उसे सरना स्थल बताकर जमीन पर निर्माण कार्य नहीं करने दे रहे हैं.
सरना स्थल पर निर्माण कार्य पर रोकः थाना इंचार्ज ने बताया पूरे मामले को लेकर क्षेत्र के अंचलाधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी से भी बात की गई है. अंचल अधिकारी की तरफ से बताया गया है कि पूरा मामला कोर्ट में है, जब तक कोर्ट से कुछ निर्णय नहीं आ जाता तब तक स्थानीय प्रशासन या फिर जिला प्रशासन के तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाएंगे. इधर स्थानीय लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस प्रशासन मामला कोर्ट में होने का हवाला देकर दोनों पक्षों को निर्माण कार्य कराने से रोक दिया है.
आस्था से खिलवाड़ कर रहे भू-माफियाः इधर स्थानीय लोगों का कहना है कि जो लोग जमीन पर भवन निर्माण करना चाह रहे हैं, वो सभी भूमाफिया हैं और वो लोगों की धर्म और आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. लोगों का आरोप है कि जिस जमीन को बेचने या फिर जमीन कारोबारियों के द्वारा भवन निर्माण करने की बात कही जा रही है, उस जमीन पर कई वर्षों से आदिवासी समुदाय और स्थानीय लोग सरहुल या फिर अन्य पूजा करने पहुंचते हैं. वर्षों से पूजा कर रहे लोगों को आज तक किसी भी तरह की रुकावट नहीं की गई है. लेकिन अचानक कुछ जमीन माफिया द्वारा इस जमीन को बेचने का प्रयास किया जा रहा है, जो यहां के स्थानीय लोग कभी नहीं होने देंगे.