रांची: झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने 28 मई से माध्यमिक और इंटरमीडिएट परीक्षा 2020 की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन का काम शुरू किया है. वहीं, परीक्षकों की कमी के कारण जो लक्ष्य दिया गया है. उस लक्ष्य में मूल्यांकन का काम पूरा करने में परेशानियां आ रही हैं. इसी कड़ी में जिला शिक्षा पदाधिकारी की ओर से जैक और तमाम प्रधानाध्यापकों को मूल्यांकन केंद्रों में टीजीटी और पीजीटी शिक्षकों की नियुक्ति करने को लेकर पत्र लिखा गया है, ताकि जल्द से जल्द मूल्यांकन का काम संपन्न कराया जा सके.
मैट्रिक और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 28 मई से शुरू किया गया है. लेकिन लगातार केंद्रों पर परीक्षकों की कमी महसूस की जा रही है. मूल्यांकन केंद्रों पर तीसरे दिन भी तय गए शिक्षक नहीं पहुंचे. उनमें से अधिकतर दूसरे जिले के हैं और उन्होंने अपनी मजबूरी बताई है. वहीं, जानकारी यह भी मिल रही है कि लॉकडाउन से पहले जिन परीक्षकों को उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए अधिकृत किया गया था. उनमें से ऐसे कई शिक्षक हैं जो रिटायर हो चुके हैं.
जिस वक्त उन्हें अधिकृत किया गया था. उस दौरान वह कार्यरत थे, लेकिन मूल्यांकन की तिथि लगातार बढ़ाए जाने के कारण वह अब सेवा नहीं दे सकते हैं. इसी वजह से भी लगातार शिक्षकों की अनुपस्थिति मूल्यांकन केंद्रों पर दर्ज की जा रही है. इसी कड़ी में रांची जिले के डीईओ ने अनुपस्थित परीक्षकों के बारे में रिपोर्ट मांगी है. वहीं, मूल्यांकन केंद्र निदेशक लगातार जैक से अतिरिक्त शिक्षकों की मांग की कर रहे हैं.