रांची:राज्य में पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही है और इससे परेशान लोग अब सीएनजी यानी कंप्रेस्ड नैचुरल गैस (CNG, Compressed Natural Gas) वाहनों की ओर रुख कर रहे हैं. लेकिन, इसमें भी बड़ी परेशानी यह है कि राजधानी में सीएनजी स्टेशनों (CNG stations) की संख्या काफी कम है और सीएनजी भरवाने के लिए वाहन मालिकों के पसीने छूट रहे हैं.
7 हजार सीएनजी ऑटो, लेकिन स्टेशन सिर्फ 4
रांची में करीब 7 हजार सीएनजी ऑटो चल रहे हैं. इसके अलावा कई अन्य वाहन हैं जो सीएनजी से चलते हैं. लेकिन, रांची में सिर्फ चार सीएनजी स्टेशन बनाए गए हैं जहां फ्यूल लेने के लिए गाड़ियों की लंबी लाइन लगी रहती है. ऑटो चालक उमेश बताते हैं कि इंधन लेने के लिए कभी-कभी घंटों इंतजार करना पड़ता है और इससे काम पर भी असर पड़ता है.
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इंधन भरवाने में लगता है ज्यादा वक्त
ऑटो चालक पवन, विनोद और रवि का कहना है कि सीएनजी वाहन मालिकों के लिए ही नहीं बल्कि यात्रियों के लिए भी सस्ता पड़ता है लेकिन, स्टेशन ज्यादा नहीं होने के कारण यात्रियों से डीजल और पेट्रोल पर चलने वाले ऑटो के बराबर किराया वसूल रहे हैं. गाड़ी चलाने से ज्यादा वक्त इंधन भरवाने में चला जाता है. ऑटो चलाने के लिए कम समय ही मिल पाता है. यात्रियों से बराबर भाड़ा लेना मजबूरी है.
ऑटो चालकों का कहना है कि अगर उन्हें समय पर इंधन मुहैया कराई जाए तो कम भाड़ा में ही यात्रियों को सेवा दे पाएंगे. यात्रियों की तरफ से भी यह शिकायत है कि पेट्रोल-डीजल की तुलना में सीएनजी की कीमत करीब 30 रुपए कम है, इसके बावजूद सीएनजी ऑटो चालक भी उतना ही किराया वसूलते हैं.
पंप पर लग जाती है वाहनों की लंबी लाइन
पेट्रोल पंप संचालक पुनीत चड्ढा बताते हैं कि राजधानी में कम सीएनजी स्टेशन होने की वजह से पंप पर वाहनों की लंबी भीड़ होती है. कभी-कभी तो जाम की समस्या से भी जूझना पड़ता है. रांची के डोरंडा, ओरमांझी, चड्ढा और हटिया में सीएनजी का स्टेशन है. ऐसे में जरूरत है कि सीएनजी के ज्यादा स्टेशन बनाए जाएं ताकि ऑटो चालकों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़े.
सीएनजी वाहनों पर जोर देने की जरूरत
पर्यावरण की दृष्टि से भी सीएनजी गाड़ियां काफी बेहतर है. पेट्रोल-डीजल के वाहनों से निकलने वाली जहरीली हवा पर्यावरण को प्रदूषित करती है लेकिन सीएनजी से प्रदूषण काफी कम होता है. ऐसे में सीएनजी गाड़ियों के प्रयोग पर ज्यादा जोर देने की जरूरत है ताकि पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके. गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड की तरफ से सीएनजी स्टेशन बढ़ाने की बात कही जा रही है लेकिन इस पर अभी कोई निर्णय नहीं हो पाया है.