रांची:देश के प्रधानमंत्री ने गुरुवार को भगवान बिरसा मुंडा की धरती से पूरे देश के किसानों को मानधन योजना की सौगात दी. प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना के तहत 60 साल की उम्र होने के बाद किसानों को आजीवन ₹36000 सालाना पेंशन दिया जाएगा.
वहीं, इस पेंशन योजना का लाभ18 साल से 40 साल तक के किसान में लागू होंगे. उम्र के मुताबिक किसानों का अंशदान प्रतिमाह निर्धारित किया जाएगा. जमा राशि के बराबर भारत सरकार किसानों को अनुदान देगी. किसानों के 60 साल पूरा होने के बाद उन्हें ₹3000 प्रति महीने पेंशन के रूप में दिया जाएगा.
ये भी देखें-विधानसभा चुनाव 2019: बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा का आगाज, ओम माथुर और नंद किशोर यादव ने किया रवाना
पिठोरिया के किसानों की राय
रांची से सटे पिठोरिया कृषि के क्षेत्र के लिए जाना जाता है. वहां के लोगों के जीविका का एकमात्र साधन कृषि है. पिठोरिया के किसान ने मानधन योजना की काफी सराहना की है. किसानों ने कहा युवा किसानों के लिए इस तरह की योजना काफी फायदेमंद साबित होगाी. किसान जब 60 साल का हो जाएगा है तो अपने लिए कुछ नहीं बचा पाता है, क्योंकि कोई समय ऐसा भी होता है जब फसल में किसान पूरी तरह से मार खा जाते हैं. ऐसे में 60 साल के बाद जब किसान बुढ़ा हो जाएगा, तो सरकार उसे पेंशन देगी. प्रधानमंत्री देश के किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए इस तरह के कई योजना चला रहे हैं. किसानों का कहना है कि क्षेत्र में युवा किसान जिनकी उम्र 18 से 40 साल के बीच है, वे इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन भी कराना शुरू कर चुके हैं.
वृद्ध किसानों ने की मांग
वहीं, वृद्ध किसानों ने भी इस योजना की सराहना की है. किसानों ने कहा कि 60 साल की उम्र के बाद पेंशन योजना देना किसानों के प्रति सकारात्मक सोच को दर्शाता है. लेकिन, जो किसान 40 साल पार कर 60 साल की अवस्था में आ गए हैं, उन किसानों के लिए भी सरकार को एक योजना लानी चाहिए, क्योंकि किसान अपने खेतों में हल चला कर अपनी जीविका उपार्जन कर रहे हैं. ऐसे में हम वृद्ध किसानों के लिए भी सरकार को योजना चलानी चाहिए, ताकि किसी के सामने हम लोगों को हाथ फैलाने की जरूरत ना पड़े.