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Pre-counting Analysis: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव रिजल्ट की झारखंड में गूंज, परिणाम पर पक्ष-विपक्ष भर रहे दम - विधायक सुदीप सोनू

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की मतगणना 10 मार्च को होनी है. इससे पहले विधानसभा चुनाव 2022 की मतगणना की झारखंड में भी गूंज सुनाई दे रही है. मतगणना के बाद आने वाले चुनाव परिणाम के बाद के समीकरणों पर अभी से मंथन शुरू हो गया है. इसके लिए सबसे अधिक नजर यूपी के चुनाव परिणाम पर जहां भाजपा सत्तारूढ़ है तो झारखंड में मुख्य विपक्षी दल. पढ़ें पूरी रिपोर्ट

Pre-counting analysis on politics of india regarding assembly election results 2022 in five states
जेएमएम विधायक सुदिव्य सोज, भाजपा विधायक अनंत ओझा और कांग्रेस विधायक अनूप सिंह(क्रमशः))

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Published : Mar 9, 2022, 4:03 PM IST

रांचीः देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में ईवीएम में कैद नेताओं का भविष्य 10 मार्च को अपनी दिशा तय कर लेगा. इससे पहले झारखंड में विधानसभा चुनाव खासतौर से यूपी चुनाव की गूंज सुनाई दे रही है. झारखंड के नेताओं की भी नजर चुनाव परिणामों पर टिकी हुई है और सभी नतीजे उनके खेमे के पक्ष में आने का दावा कर रहे हैं.

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बता दें हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की गुरुवार को मतगणना होगी. एक तरफ चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में मतगणना और उसके बाद के हालात की तैयारी कर रहा है तो नेताओं की भी धुकधुकी लगी हुई है. ऐसे नेता जो चुनाव लड़े उनकी तो धुकधुकी लगी ही हुई है, दूसरे राज्यों के ऐसी पार्टियां और नेता भी पसोपेश में हैं, जो किसी पक्ष की जीत की आकांक्षी थी. क्योंकि चुनाव परिणाम के बाद फिर से उन्हें अपने समीकरण दुरुस्त करने की कवायद करनी पड़ सकती है.

चुनाव परिणाम पर यह कह रहे झारखंड के विधायरक

मसलन झारखंड में सत्तारूढ़ जेएमएम, राजद, लेफ्ट पार्टी किसी न किसी तरह से यूपी चुनाव से जुड़ी रहीं, जबकि कांग्रेस एक कंटेस्टेंट ही है. वहीं यूपी की प्रमुख पार्टी भाजपा जिससे सभी पार्टियों की रेस है, वह झारखंड में प्रमुख विपक्षी दल है. इससे सबकी नजर यूपी चुनाव पर है. फेडरल फ्रंट की कल्पना भी चुनाव परिणामों से प्रभावित ही होनी है. चुनाव परिणाम से ही इसकी गति तेज या मद्धिम हो सकती है. इन सबके मद्देनजर प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यूपी में मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी पेश कर रहे सपा प्रमुख अखिलेश यादव के पक्ष में प्रचार तक किया था. क्योंकि प. बंगाल में भी भाजपा मुख्य विपक्षी पार्टी है. और परिणाम से पहले कोई भी पक्ष हार मानता नहीं दिखता.


सबके अपने दावेःइन सबके चलते झारखंड विधानसभा के बाहर बुधवार को पांच राज्यों में हुए चुनाव परिणाम को लेकर विभिन्न पार्टियों में सुगबुगाहट देखने को मिली. भारतीय जनता पार्टी के लोग पांचों राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने की दावा करते मिले. हालांकि इनका शीर्ष नेतृत्व भी सिर्फ चार राज्य में जीत का दांव लगा रहा है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं का कहना था कि विधानसभा चुनावों में बीजेपी का सूपड़ा साफ होगा और महागठबंधन की सरकार बनेगी.

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विधायक ओझा बोले- हर जगह हमारी सरकारः भारतीय जनता पार्टी के विधायक अनंत ओझा ने बुधवार को कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को लेकर पूरा देश उत्साहित है और निश्चित तौर पर उत्तर प्रदेश का परिणाम यह स्पष्ट कर देगा. उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर यूपी में योगी आदित्यनाथ की ही सरकार बन रही है, उसके साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ,उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा और पंजाब में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन रही है.


सत्तारूढ़ दलों का भाजपा की हार पर दांवःवहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक सुदीप सोनू का कहना है कि जिस तरीके से मीडिया में एग्जिट पोल दिखाए जा रहे हैं, वे लोकतंत्र के लिए घातक हैं और हमारा यह स्पष्ट मानना है कि 10 तारीख का परिणाम जन भावना को प्रदर्शित करेगा. जनता की भावना मतगणना में प्रदर्शित होगी. इसके बाद स्पष्ट हो जाएगा कि जनता आजाद है. कांग्रेस के विधायक अनूप सिंह ने कहा कि 10 तारीख को आने वाले चुनाव परिणाम में यह स्पष्ट हो जाएगा कि आखिर जनता क्या चाहती है. इन पांच राज्यों में जब चुनाव का परिणाम दिखेगा तो आप देखेंगे कि हर राज्य में भारतीय जनता पार्टी को मुंह की खानी पड़ेगी.

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