रांची: झारखंड में बिजली संकट जारी है. तेनुघाट विद्यूत निगम लिमिटेड यानी टीवीएनएल के एक नंबर यूनिट में आई खराबी से अभी उबरे भी नहीं थे कि टीवीएनएल का दूसरा यूनिट भी बैठ गया है. इतना ही नहीं आईपीएल प्लांट में तकनीकी खराबी आने की वजह से 55 मेगावाट बिजली की कमी हो गई है. जिसके कारण राज्य में बिजली संकट और गहरा गया है.
इसे भी पढ़ें:झारखंड में बिजली संकट का कैबिनेट की बैठक में होगा समाधान: मंत्री आलमगीर आलम
इन कारणों से बिजली ठप:जानकारी के मुताबिक टीवीएनएल के बॉयलर में ट्यूब लिकेज की वजह से उत्पादन ठप हो गया है. एक तरफ गर्मी की वजह से बिजली की मांग बढ़ी हुई है, वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार का बिजली उत्पादन करने वाला पावर प्लांट तकनीकी खराबी की वजह से बैठ रहा है. जिस वजह से मांग के अनुरूप बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही है. हाल ही में टीवीएनएल यूनिट नंबर वन के जेनरेटर ट्रांसफार्मर में आई तकनीकी खराबी के कारण इस प्लांट से बिजली उत्पादन ठप हो गया था. अभी उसे ठीक ही किया गया कि दूसरे यूनिट में भी गड़बड़ी आ गई है जिस वजह से दूसरे नंबर यूनिट से करीब 160 मेगावाट बिजली उत्पादन ठप हो गया है. राज्य भार प्रेषण के महाप्रबंधक मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि तेनुघाट थर्मल पावर प्लांट का यूनिट नंबर वन अभी ठीक हुआ ही था कि दूसरे नंबर में खराबी आ जाने से फिर समस्या उत्पन्न हो गई है. उन्होंने कहा कि तकनीकी खराबी दूर होने में करीब दो दिन लगेंगे जिस वजह से शहरी क्षेत्र में तीन से चार घंटे तक लोड शेडिंग किया जा रहा है.
लगातार बढ़ रही बिजली की डिमांड: पिछले एक सप्ताह से पड़ रही बेतहाशा गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ गई है. अभी झारखंड में औसतन प्रतिदिन बिजली की डिमांड करीब 2400-2500 मेगावाट है. जिसको पूरा करने के लिए झारखंड बिजली वितरण निगम (जेबीवीएनएल) करीब 250 मेगावाट सेंट्रल पूल से पहले से ही खरीदती रही है. ऐसे में टीवीएनएल में आई खराबी के बाद जेबीवीएनएल को 300 मेगावाट की कमी को पूरा करना होगा जो फिलहाल संभव नहीं हो पा रहा है.
ग्रामीण क्षेत्रों में कटौती कर शहरी क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति का निर्देश: राज्य भार प्रेषण के आंकड़ों के मुताबिक डीवीसी कमांड क्षेत्र में इन दिनों करीब 700 मेगावाट बिजली की डिमांड है. जबकि राज्य के शेष हिस्सों में बिजली की डिमांड 1700 मेगावाट के करीब है. इस तरह से राज्यभर में औसतन 2400 मेगावाट बिजली की मांग है. सबसे ज्यादा डिमांड घरेलू कंज्यूमर की है जो पीक आवर में बिजली का इस्तेमाल जमकर करते हैं जबकि इंडस्ट्रियल क्षेत्र में मांग स्थायी बनी रहती है. इधर टीवीएनएल में आई तकनीकी खराबी का असर गुरुवार को रांची सहित राज्य के अन्य शहरों में भी देखा गया. सुबह से ही राजधानी रांची के कई इलाकों में लोड शेडिंग देखी गई. हरमू में सुबह से बिजली की आंख मिचौली बनी रही इसी तरह रातू रोड, सिंहमोड़ आदि इलाकों में भी बिजली कटी रही. जेबीवीएनएल ने ग्रामीण क्षेत्रों में बिद्युत आपूर्ति में कटौती कर शहरी क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बनाये रखने को कहा है.