रांची: झारखंड देश का पहला राज्य है, जहां 80 साल से ज्यादा उम्र के वोटरों और दिव्यांग वोटरों को घर बैठे पोस्टल बैलेट से मतदान में भाग लेने की सुविधा दी जा रही है. झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे ने बताया कि चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है और समय काफी कम है. इसलिए भारत निर्वाचन आयोग से आग्रह किया गया था कि इस व्यवस्था को सीमित विधानसभा क्षेत्रों में ही लागू किया जाए.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी का बयान पोस्टल बैलट से मतदान की सुविधा
चुनाव आयोग की स्वीकृति के बाद अब झारखंड के 7 विधानसभा क्षेत्रों के दिव्यांग और 80 साल से ज्यादा उम्र के वोटरों को पोस्टल बैलट से मतदान की सुविधा दी जाएगी. यह सुविधा बोकारो, धनबाद, देवघर, राजमहल, पाकुड़, जामताड़ा और गोड्डा के वोटरों को मिलेगी. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि झारखंड के 10 विधानसभा क्षेत्रों में वोटरों के लिए क्यू मैनेजमेंट की व्यवस्था की जा रही है.
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आचार संहिता उल्लंघन के 20 मामले दर्ज
इसके तहत संबंधित विधानसभा क्षेत्रों के वोटर बूथ ऐप पर यह देख पाएंगे कि उनके मतदान केंद्र पर कितने लोग कतार में हैं, ताकि उसी हिसाब से वोटर बूथ पर पहुंच सकें. यह व्यवस्था झारखंड के जमशेदपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिमी, चाईबासा, रामगढ़, हजारीबाग, रांची, देवघर गांडेय, बोकारो और झरिया में लागू की जाएगी. चुनाव की तारीख की घोषणा के बाद से 11 नवंबर तक आचार संहिता उल्लंघन के 20 मामले दर्ज किए गए हैं, साथ ही सी-वीजील ऐप पर 383 शिकायतें आई हैं, जिनमें से एक को छोड़कर सभी का निपटारा कर लिया गया है.
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दूसरे चरण का नामांकन शुरू
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि झारखंड में दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. दूसरे चरण में 7 जिलों की 20 सीटों के लिए मतदान होने हैं. इस चरण में कुल 47 लाख 93 हजार 531 मतदाता है. इसके लिए 6 हजार 66 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जो 4 हजार 273 भवनों में स्थित होंगे. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि पहले चरण की 13 विधानसभा सीटों के लिए 11 नवंबर तक 32 नामांकन दाखिल हुए हैं. इनमें सबसे ज्यादा 12 नामांकन गढ़वा सीट के लिए हुए हैं.