रांची:2022 झारखंड में होने वाले कई बड़े उथल-पुथल के लिए हमेशा याद रखा जाएगा, खासकर झारखंड के वह रसूखदार जो कभी नए साल की पार्टियों के खास चेहरे हुआ करते थे ( pride of New Year party). उनका दिन ऐसा खराब हुआ कि वह अब नए साल का पहला दिन सलाखों के पीछे गुजारना पड़ रहा है. खासकर झारखंड में सत्ता के बेहद करीबी तीन पी यानी पूजा सिंघल, प्रेम प्रकाश और पंकज मिश्रा तीनों ही रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद हैं और उनका नया साल जेल में ही बीतेगा. साल 2022 तीनों के लिए अभिशाप साबित हुआ.
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प्रेम की पार्टियां होती थी नायाब:प्रेम प्रकाश फिलहाल रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में न्यायिक हिरासत में है. सत्ता के बेहद करीब रहे प्रेम प्रकाश की पार्टियां बेहद नयाब हुआ करती थी, प्रेम प्रकाश जब भी किसी पार्टी का आयोजन करता था तो उस में जाने के लिए बड़े-बड़े अधिकारी भी तरसते. खासकर जब नए साल के जश्न की बात हो. बताया जाता है कि नए साल के एक दिन पूर्व यानी 31 दिसम्बर को आयोजिय होने वाली प्रेम की पार्टियां बेहद भव्य तरीके की होती थी और उसमें बड़े-बड़े अधिकारी नेता मंत्री शामिल होते थे, लेकिन कहते हैं ना कि समय कब किसका कहां खराब हो जाए यह कहा नही जा सकता कभी शहर की पार्टियों का सबसे चर्चित चेहरा प्रेम प्रकाश साल 2023 में सूरज की पहली किरण रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार से ही देख पाएगा.
पूजा सिंघल भी जेल में:निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के द्वारा गिरफ्तार होने के बाद फिलहाल रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद है. पूजा सिंघल जब अपने पद पर थी तो उनकी भी तूती बोलती थी. नए साल के जश्न की पार्टी हो तो पूजा उसमें बेहद खास भूमिका निभाती थी. अक्सर वे अपने बच्चों और पति के साथ नए साल के अवसर पर विदेश का भ्रमण भी करती थी, लेकिन साल 2022 उनके लिए अच्छा नहीं रहा घोटालों के आरोप लगने के बाद ईडी के द्वारा जांच की गई और वह सलाखों के पीछे पहुंच गए.
पंकज मिश्रा:रांची से लेकर साहिबगंज तक जिस इंसान की तूती बोलती थी वह भी सलाखों के पीछे नया साल मनाने को विवश है, हम बात कर रहे हैं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की. एड़ी के द्वारा पंकज मिश्रा को अवैध खनन के जरिए की गई मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया है तब से वे सलाखों के पीछे ही हैं. पंकज मिश्रा भी रांची से लेकर साहिबगंज तक नए साल के जश्न की होने वाली पार्टियों के खास चेहरे हुआ करते थे.
06 मई से हुआ तीनों का वक्त खराब:6 मई को ईडी ने मनरेगा घोटाले में राज्य की तत्कालीन खान सचिव पूजा सिंघल व उनके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान ईडी को 19.41 करोड़ मिले थे. जांच के बाद ईडी ने बताया था कि जब्त पैसों में अधिकांश राशि राज्य के बड़े राजनीतिज्ञों और नौकरशाहों की है. इसके बाद आठ जुलाई को ईडी ने अवैध खनन के मामले में मुख्यमंत्री के बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा व उनके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस मामले में ईडी ने 19 जुलाई को पंकज मिश्रा को मास्टरमाइंड बताते हुए गिरफ्तार किया था. बाद में ईडी ने 25 अगस्त को सत्ता के गलियारे में चर्चित रहे प्रेम प्रकाश, सीए जे जयपुरिया के ठिकानें पर छापेमारी की थी. इस दौरान प्रेम के यहां से सीएम हाउस में तैनात दो सिपाहियों की एके 47 और 60 कारतूस बरामद किए थे, जबकि जयपुरियार के यहां से संपत्ति व निवेश से जुड़े कच्चे कागजात व फाइलें बरामद की गई थीं. कुछ ही दिनों के बाद प्रेम प्रकाश को भी ईडी ने गिरफ्तार कर लिया.