रांची: राष्ट्रपति चुनाव में झारखंड के 81 में से 80 विधायकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है. झारखंड विधानसभा में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक हुए मतदान में 80 विधायकों ने वोट डाला. बीजेपी के सिंदरी विधायक इन्द्रजीत महतो के बीमार होने की वजह से वे मतदान में हिस्सा नहीं ले सके. झारखंड के सभी लोकसभा और राज्यसभा के कुल 20 सांसदों ने दिल्ली में मतदान किया.
ये भी पढ़ें-राष्ट्रपति चुनाव 2022: विधानसभा में सीएम हेमंत सोरेन समेत कई मंत्री और विधायकों ने डाले वोट
शाम 5 बजे मतदान खत्म होने के पश्चात बैलेट बॉक्स को सील कर स्ट्रांग रुम में भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रखा गया है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी झारखंड के रवि कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि मतपेटी को कल यानी मंगलवार को दिल्ली भेजा जायेगा जहां 21 तारीख को भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर कॉउटिंग होगी.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार मतदान को लेकर विधानसभा में रही गहमागहमी: राष्ट्रपति चुनाव के मतदान को लेकर झारखंड विधानसभा में दिनभर गहमागहमी बनी रही. बीजेपी विधायक अनंत ओझा ने सबसे पहले वोट डाला तो वहीं सरयू राय अंतिम मतदाता थे जिन्होंने वोट दिया. मतदान करने वाले प्रमुख नेताओं में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, विधानसभाध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो, संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम, वित्तमंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, श्रममंत्री सत्यानंद भोक्ता, पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर सहित राज्य सरकार के कई विधायक मंत्री शामिल थे.
वहीं एनडीए की ओर से बाबूलाल मरांडी, सीपी सिंह, सुदेश महतो, लंबोदर महतो समेत तमाम विधायक वोट डालने विधानसभा पहुंचे थे. इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पार्टी द्वारा लिये गये फैसले के अनुरूप झामुमो विधायक और सांसदों द्वारा मतदान किये जाने की बात कही. वहीं, झामुमो के कई विधायकों ने अंतरात्मा की बात कह वोट किसे दिया इसपर सस्पेंस बना दिया. बहरहाल चुनाव मैदान में खड़े एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू और यूपीए प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को कितने वोट देशभर में पड़े इसका नतीजा 21 जुलाई को मतगणना के वक्त तय होगा. मगर जो राजनीतिक समीकरण दिख रहा है उससे साफ लगता है कि देश का अगला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू होंगी.