रांची:कोरोना से हुई मौत के बाद परिजनों को मुआवजा देने को लेकर झारखंड में राजनीति गर्म हो गई है. बीजेपी (BJP) ने जहां UPA शासित राज्यों को अपने-अपने राज्यों में कोरोना से मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की चुनौती दी है. झारखंड बीजेपी ने कहा है कि झामुमो- कांग्रेस को केंद्र सरकार की निंदा करने की जगह खुद पहल करनी चाहिए. वहीं सत्तारूढ़ दलों ने बीजेपी और केंद्र सरकार पर पलटवार किया है.
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JMM का पलटवार
बीजेपी की चुनौती पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कहा कि जब जनता से हर तरह का टैक्स केंद्र सरकार के पास जाता है, तो जिम्मेदारी भी उनकी बनती है. बता दें कि बीजेपी नेताओं ने राज्य की JMM-कांग्रेस की सरकार पर कोविड के नाम पर सिर्फ राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार वैक्सीन से लेकर PSA प्लांट, दवा, वेंटिलेटर तक राज्य सरकारों को उपलब्ध करा रही है. ऐसे में उनका भी फर्ज बनता है कि अपने स्तर से वो भी कुछ करें.
कांग्रेस ने क्या कहा
झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि जीएसटी, पेट्रोल डीजल पर लगने वाले टैक्स, पीएम केयर का पैसा केंद्र रखता है तो मुआवजे की राशि कौन वहन करेगा. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि 15 लाख रुपये हर भारतीय को देने की बात करने वाली बीजेपी अब मृतकों को 4 लाख देने से इंकार कर रही है. ये बीजेपी के चाल चरित्र और चेहरे में अंतर बताता है. JMM के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि केंद्र की सरकार अगर कोविड से हुई मौत पर 04-04 लाख मुआवजा नहीं दे सकती, तो पीएम केयर फंड और अन्य में जितनी राशि है उसका ही हिसाब देश की जनता को दे दे.