रांचीः बिहार जनता दल यूनाइटेड के नेता मौलाना गुलाम रसूल बलियावी के हजारीबाग में दिए एक बयान ने झारखंड की राजनीति को गरमा दिया है. झारखंड की सबसे बड़ी और सत्तारूढ राजनीतिक पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं ने गुलाम रसूल बलियावी के बयान की तीखी भर्त्सना करते हुए जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गुलाम रसूल बलियावी पर कार्रवाई करने की मांग की है.
ये भी पढ़ेंःबिहार जेडीयू नेता गुलाम रसूल का झारखंड में विवादास्पद बयान, कहा- शहरों को बना देंगे कर्बला
सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने की इजाजत नहींःझारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता और झामुमो केंद्रीय समिति के सदस्य मनोज पांडे ने कहा कि राज्य में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सांप्रदायिक सौहार्द्र और भाईचारे की सरकार चल रही है. ऐसे में बिहार से आकर किसी भी नेता को झारखंड में सौहार्द्र बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जा सकती. मनोज पांडे ने कहा कि गुलाम रसूल बलियावी का बयान समाज में तनाव फैलाने वाला है और झारखंड मुक्ति मोर्चा की मांग है कि हजारीबाग जिला प्रशासन नियमानुसार कार्रवाई करें.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता ने कहा कि भाजपा के निष्कासित नेता नूपुर शर्मा के बयान के बाद रांची में घटी घटना का जिक्र गुलाम रसूल बलियावी कर रहे हैं, शायद उन्हें पता नहीं कि पूरे मामले को सरकार और जिला प्रशासन ने किस तरह से हैंडल किया और सांप्रदायिक सौहार्द्र एवं भाईचारे की स्थिति बनाए रखी. झामुमो नेता ने कहा कि झारखंड आकर हजारीबाग में इस तरह का बयान उन्माद फैलाने वाला है. ऐसे में पता नहीं चलता कि आखिर इस तरह के बयान किसके इशारे पर जदयू नेता ने दिया है जबकि बगल के जिले रामगढ़ में उपचुनाव हैं
कुछ अल्पसंख्यक नेता भाजपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैंःगुलाम रसूल बलियावी के बयान को समाज में तनाव फैलाने वाला बताते हुए राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव ने कहा कि कुछ अल्पसंख्यक नेता भारतीय जनता पार्टी के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं और बीजेपी को चुनावी फायदा पहुंचाने के लिए अनाप शनाप बयान देते रहते हैं. बिहार के जदयू नेता गुलाम रसूल बलियावी का बयान भी उसी में से एक है.
भाषा की मर्यादा बनाये रखना चाहिएःवहीं जदयू नेता गुलाम रसूल बलियावी के बिगड़े बोल पर सधी हुई प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि के मुंह से इस तरह का बयान शोभा नहीं देता. राकेश सिन्हा ने कहा कि जनप्रतिनिधियों के बयान का असर समाज पर पड़ता है. जदयू नेता गुलाम रसूल बलियावी के बयान का कोई असर रामगढ़ चुनाव पर नहीं पड़ने का दावा करते हुए कांग्रेस के नेता ने कहा कि राज्य की जनता बहुत समझदार है और इन सब बातों को तवज्जो नहीं देती और रामगढ़ चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
बीजेपी ने की गिरफ्तारी की मांगः भारतीय जनता पार्टी ने जदयू नेता गुलाम रसूल बलियावी के हजारीबाग दौरे के क्रम में दिए गए बयान की निंदा की है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने गुलाम रसूल बलियावी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि नि:संदेह यह समाज में विद्वेष फैलाने वाला बयान है. उन्होंने राज्य सरकार से गुलाम रसूल बलियावी को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग करते हुए कहा है कि उनके विरुद्ध कांड दर्ज किया जाए. चूंकि वे झारखंड की सीमा से बाहर चले गए हैं ऐसी स्थिति में जहां भी वे हों वहीं उन्हें गिरफ्तार किया जाए, क्योंकि इस तरह के लोगों को आप अनुमति देते रहेंगे तो इनके बिगड़े बोल से संकट की स्थिति पैदा होगी और समाज में विद्वेष फैलेगा. उन्होंने कहा कि एक तरफ नीतीश कुमार सभी धर्मों को सम्मान करने की बात करते हैं वहीं दूसरी तरफ इन्हीं के पार्टी के नेता यहां आकर झारखंड की शहरों को कर्बला बनाने की बात करते हैं. राज्य सरकार को ऐसे लोगों पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए जिससे सामाजिक सदभाव ना बिगड़े.
आजसू पार्टी ने भी की बयान की निंदाः आजसू ने भी इस बयान की तीखी निंदा की है. आजसू प्रदेश प्रवक्ता देवशरण भगत ने गुलाम रसुल बलियावी के बयान की निंदा करते हुए कहा है कि सरकार को तुरंत कार्रवाई करना चाहिए, जिससे सांप्रदायिक सद्भावना का माहौल ना बिगड़े.
हजारीबाग में जदयू नेता गुलाम रसूल बलियावी के क्या है विवादास्पद बयानःहजारीबाग में एक रैली के दौरान अपने भाषणों के बीच शब्दों की मर्यादा का पालन करना भूल गए जदयू नेता गुलाम रसूल बलियावी. उन्होंने उत्तेजना में कहा कि 'अगर कोई हमारे आका की इज्जत पर हाथ डाला तो अभी यह सभा कर्बला मैदान में हो रही है, उस समय पूरे शहर को ही कर्बला मैदान बना देंगे'.