रांची: 17 और 18 जुलाई को देश के दो दर्जन से अधिक विपक्षी दलों की बैठक बेंगलुरु में हो रही है. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी इस बैठक में शामिल हो रहे हैं. इस बैठक के जरिए केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मजबूत विपक्षी खेमा बनाकर 2024 में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने की रणनीति विपक्षी दल के नेता बनाने वाले हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बेंगलुरु जाने के बाद झारखंड भारतीय जनता पार्टी ने विपक्षी दलों की इस बैठक पर तंज कसा है.
यह भी पढ़ें:बेंगलुरू में बीजेपी के खिलाफ विपक्षियों की गोलबंदी, सीएम हेमंत सोरेन रवाना, जानिए क्या होगी चर्चा
झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि विपक्षी दलों की एकता की कवायद कर के कांग्रेस और विरोधी दल के नेता यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि पीएम मोदी के खिलाफ एक सशक्त विपक्ष तैयार हुआ है. लेकिन हकीकत से देश की जनता वाकिफ है.
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि देश की जनता समझती है कि बेंगलुरु की बैठक में कौन लोग शामिल हो रहे हैं. प्रदीप सिन्हा ने कहा कि जो लोग बैठक में शामिल हो रहे हैं, उनमें ज्यादातर या तो वंशवादी हैं या फिर भ्रष्टाचार के मामले में लिप्त हैं. जिस तरह से पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाने का एलान किया है, उससे परेशान विपक्ष एकजुट होने की कोशिश कर रहा है.
'हिम्मत है तो पीएम मोदी के फैसले का करें विरोध': भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि बंगलुरु में शामिल हो रहे दलों और नेता में हिम्मत है तो वह कहें कि पीएम के रूप में जो फैसला केंद्र की सरकार ने लिया है, उसका वह विरोध करते हैं. जनता से कहें कि अगर विपक्ष की सरकार बनीं तो 370 को फिर से कश्मीर में लागू कर देंगे. भाजपा नेता ने कहा कि धमकी देकर कांग्रेस को झुकाने के बाद आम आदमी पार्टी बंगलुरु की बैठक में शामिल हो रही है. ऐसे में समझा जा सकता है कि इस विपक्षी महागठबंधन का भविष्य क्या होगा.
भाजपा के पेट मे दर्द क्यों-राजेश ठाकुर:कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने बंगलुरु की बैठक पर भाजपा के तंज पर कहा कि जब विपक्षी दलों की बैठक का कोई असर ही नहीं पड़ेगा तो भाजपा के पेट मे दर्द और उल्टी क्यों हो रहा है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दरअसल, भाजपा राहुल गांधी और विपक्षी एकता से डरी हुई है.
18 जुलाई को दिल्ली में होनेवाली NDA की बैठक में आजसू के शामिल होने पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि जिसकी जैसी विचारधारा है, वह उस ओर जा रहा है. आजसू की विचारधारा संघ की विचारधारा से मेल खाती है. इसलिए सुदेश महतो दिल्ली जा रहे हैं. जिनकी विचारधारा सेकुलर है, वह बेंगलुरु जा रहे हैं.