रांचीः भाजपा की सहयोगी आजसू पार्टी ने रविवार को सामाजिक न्याय मार्च में झारखंड में जातीय जनगणना की मांग कर एक बार फिर इस मुद्दे को गरमा दिया है. आजसू पार्टी ने रविवार को झारखंड में जातीय जनगणना नहीं होने पर सड़क से सदन तक आंदोलन की घोषणा कर दी है. इसको लेकर अब राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गयी है.
इसे भी पढ़ें- सामाजिक न्याय मार्च कार्यक्रम में आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने सरकार पर बोला हमला, कहा- हेमंत सरकार में बिना दान और अनुदान के नहीं होता कोई काम
राज्य की सत्ताधारी और सबसे बड़ी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने आजसू पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आंदोलन करने से पहले भाजपा से इस मुद्दे पर स्टैंड क्लियर कराए जिसकी वह पिछलग्गू है. झारखंड कांग्रेस ने झारखंड में जातीय जनगणना को जरूरी बताते हुए जल्द ही इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से मुलाकात करने की बात कही है. वहीं बीजेपी ने अब तक कुछ साफ नहीं किया है.
जातीय जनगणना कराए नहीं तो होगा आंदोलन- आजसूः आजसू पार्टी ने सामाजिक न्याय मार्च सह सभा में हेंत सोरेन सरकार को चेतावनी दी. उन्होंने रविवार को हुंकार भरते हुए कहा था कि अगर पिछड़ों को उनका हक नहीं मिलता तो पार्टी सड़क से सदन तक आंदोलन करेगी.
हम जातीय जनगणना के पक्ष में, आजसू को इस पर बात करने का हक नहीं- झारखंड कांग्रेसःझारखंड कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि जातीय जनगणना को लेकर उनके नेता राहुल गांधी ने ही स्पष्ट कर दिया है कि यह कितना जरूरी है. पार्टी के प्रदेश महासचिव ने कहा कि केंद्र सरकार देश में जातीय जनगणना कराए जिससे, जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी भागीदारी मिल सके
राकेश सिन्हा ने कहा कि अगर भारत की सरकार जातीय जनगणना नहीं कराती है तो झारखंड सरकार अपने स्तर पर राज्य में इसे कराएगी. इसके लिए कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगा. राकेश सिन्हा ने कहा कि आजसू को जातीय जनगणना पर आंदोलन की बात करने का हक नहीं है. क्योंकि उन्होंने झारखंड को विशेष राज्य का दर्जा देने का आंदोलन चलाया था, उस आंदोलन का आज क्या हुआ. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने भी जातीय जनगणना को बेहद जरूरी बताया है.
इसे भी पढ़ें- Jharkhand Politics: राज्य में जातीय जनगणना को लेकर एक साथ महागठबंधन! उधेड़बुन में बीजेपी
समय आने पर जातीय जनगणना पर फैसला लेगी झारखंड भाजपा- शिवपूजन पाठकः जातीय जनगणना को लेकर सड़क से सदन तक आंदोलन की बात आजसू पार्टी जरूर कर रही है लेकिन सहयोगी भाजपा इस मुद्दे पर अब तक असमंजस की स्थिति में है. भारतीय जनता पार्टी की झारखंड इकाई के मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने कहा कि हर पार्टी का अपना एजेंडा होता है. आजसू अपने एजेंडे और अपने जनाधार के बीच अपनी बात रख रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी का जातीय जनगणना पर क्या स्टैंड होगा, इस पर पार्टी ने अभी फैसला नहीं लिया है.
आजसू बताए कि जातीय जनगणना पर उसके सहयोगी भाजपा का क्या स्टैंड है- झामुमोः झारखंड में जातीय जनगणना की आजसू की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि आजसू पार्टी को जातीय जनगणना की मांग करने का नैतिक हक नहीं है. पहले वो जिस पार्टी की पिछलग्गू बनी हुई है, उसका क्या स्टैंड है वो सार्वजनिक करें.
मनोज पांडेय ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा स्पष्ट रूप से जातीय जनगणना के पक्ष में है. झामुमो केंद्र की सरकार से मांग भी करता है कि मोदी सरकार जातीय जनगणना कराए. उन्होंने कहा कि अगर केंद्र इससे पीछे हटती है तो हेमंत सोरेन की सरकार अपने स्तर पर झारखंड में जातीय जनगणना कराएगी. इसके लिए विधानसभा में प्रस्ताव भी पेश किया जाएगा.
इसे भी पढ़ें- VIDEO: तो क्या झारखंड में शुरू होगी जातीय जनगणना, सियासत तेज