रांची: बिलकिस बानो और उनके परिवार के सदस्यों के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के दोषी 11 अपराधियों की सजा माफ कर उन्हें रिहा करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज बड़ा फैसला सुनाया है. सुप्रीम कोर्ट ने बिलकिस बानो के दोषियों को माफ करने के गुजरात सरकार के फैसले को गलत बताते हुए सभी 11 दोषियों को दो हफ्ते के भीतर कोर्ट में सरेंडर करने का आदेश दिया है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिये गये इस आदेश का झारखंड राष्ट्रीय जनता दल ने स्वागत किया है. वहीं झारखंड कांग्रेस ने इसे सत्य की जीत बताया है.
'बलात्कारियों और हत्यारों के लिए एक सबक':राष्ट्रीय जनता दल की प्रदेश उपाध्यक्ष अनिता यादव ने कहा कि जिस तरह गुजरात सरकार ने सामूहिक दुष्कर्म और हत्या जैसे जघन्य अपराध करने वाले 11 लोगों की सजा माफ कर उन्हें रिहा किया है, वह अपराधियों का मनोबल बढ़ाने वाला है.
अनीता यादव ने कहा कि यह सोचकर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं कि गर्भवती महिला बिलकिस बानो के साथ दुष्कर्म करने और उसके परिवार के सात सदस्यों की जघन्य हत्या करने वालों की सजा माफ की जा सकती है. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने बिलकिस बानो मामले में सभी आरोपियों को जेल भेजने के फैसले से इस बात की पुष्टि हो गई है कि भारतीय जनता पार्टी सरकार ने राजनीतिक लाभ लेने के लिए गलत फैसला लिया था. अनीता यादव ने कहा कि बिलकिस बानो मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज जो फैसला सुनाया है, उससे धर्म के नाम पर जघन्य अपराध करने वाले अपराधियों में भय फैलेगा और ऐसी आपराधिक घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी.
सत्य की हुई जीत- कांग्रेस :झारखंड कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि बिलकिस बानो मामले में सुप्रीम कोर्ट का आज का फैसला "सत्यमेव जयते" जैसा है. राकेश सिन्हा ने कहा कि सभी दोषियों को वापस सलाखों के पीछे भेजने का निर्देश दिया जाना, जहां सत्य की जीत है. वहीं यह गुजरात सरकार पर तमाचा भी है.