रांची: रांची के अरगोड़ा हाउसिंग कॉलोनी में रहने वाली पत्रकार सुधा दत्त और उनके बेटे अरमान दत्त के संदेहास्पद मौत के मामले की जांच जारी है. हालांकि सुधा के पति के द्वारा अरगोड़ा थाना में दिए गए बयान में बेटा अरमान के सुसाइड की बात कही गई है, जबकि सुधा के मौत को लेकर कोई स्पष्ट बयान उनके द्वारा नहीं दिया गया है.
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पेट में जख्म के मिले निशान: रिम्स से मिली जानकारी के अनुसार पोस्टमार्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट में सुधा दत्त के पेट और हाथों में धारदार हथियार से काटने के निशान मिलने का उल्लेख किया गया है. नाक और पेट से अत्याधिक रक्त बहने की वजह से ही सुधा की मौत हुई है. हालांकि पूरा मामला पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद ही क्लियर हो पाएगा. वहीं सुधा के पति शुभ नारायण दत्त ने घटना के वक्त मौके पर मौजूद नहीं होने की बात पुलिस को बतायी है. उन्होंने पुलिस को बयान दिया है कि जब वह बाथरूम से निकले, तब उन्होंने पत्नी को खून से लथपथ हालत में अचेत अवस्था में पड़े हुए देखा था.
जख्म कैसे हुए ,पड़ताल में जुटी पुलिस: वहीं दूसरी तरफ अरगोड़ा पुलिस यह पता कर रही है कि सुधा के शरीर पर जो जख्म मिले हैं, वह कैसे लगे हैं. पुलिस यह भी पता कर रही है कि घटनास्थल से बरामद चाकू में किसके अंगुलियों के निशान हैं. इसके लिए पुलिस ने जब्त चाकू को एफएलएल के पास जांच के लिए भेजा है. मामले को लेकर रांची के सिटी एसपी शुभांशु जैन ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर हर बिंदु पर जांच शुरू कर दी गई है.
मंगलवार को पुलिस ने की पूछताछ:अरगोड़ा पुलिस की टीम मंगलवार को अधिवक्ता शुभ नारायण दत्त के घर पहुंची. पुलिस की टीम परिजन के अलावा आसपास के लोगों से भी पूछताछ की. पुलिस को पूछताछ में कई अहम जानकारी भी मिली है. वहीं पुलिस टीम ने आसपास में लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले. पुलिस को एक फुटेज मिला है, जिसमें अरमान छत से कूदता दिख रहा है. हालांकि पुलिस ने फुटेज मिलने से इंकार किया है.
शुभ नारायण दत्त के बयान पर अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्जःअरगोड़ा हाउसिंग कॉलोनी निवासी अधिवक्ता शुभ नारायण दत्त के बयान पर अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. शुभ नारायण ने पुलिस को बयान दिया है कि आठ मई की रात एक बजे वह अपने घर के पहले तल में थे. वहीं उनकी पत्नी सुधा दत्त और पुत्र अरमान दत्त दोनों ही कमरे में सोए हुए थे. रात करीब एक बजे वह बाथरूम गए. कुछ देर बाद जब वह बाथरूम से निकल कर पत्नी के कमरे में गए तो देखा कि सुधा खून से लथपथ बिस्तर पर अचेत पड़ी हुई थी. वहीं पुत्र अरमान भी अचेत अवस्था में पड़ा था. इसके बाद वह पड़ोसी कर्नल बीके सिन्हा को फोन कर बुलाया , दोनों ने मिलकर पत्नी और पुत्र को डायनिंग हॉल में रखे सोफा पर लिटा दिया. इसके बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी.
पिता के अनुसार मां की मौत के सदमे में बेटे ने दी जान: शुभ नारायण दत्त ने पुलिस को बताया कि वे आपस मे बात ही कर रहे थे कि इसी बीच अरमान को होश आया और वह दौड़ते हुए बाहर निकला और दरवाजा को बाहर से बंद कर दिया. दरवाजा तोड़कर जब वह नीचे गए तो देखा कि छत से कूदकर उनका पुत्र अरमान गंभीर रूप से जख्मी हो गया है. पीसीआर पुलिस की मदद से पत्नी और पुत्र को रिम्स ले जाया गया, जहां मौजूद चिकित्सकों ने जांच के बाद दोनों को मृत घोषित कर दिया. उन्होंने पुलिस को यह भी बयान दिया कि सुधा की मौत के सदमे में ही पुत्र अरमान ने छत से कूदकर आत्महत्या की है.