रांचीः बुधवार की सुबह रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में जिला प्रशासन और रांची पुलिस की टीम के द्वारा अचानक छापेमारी की गई. यह छापेमारी लगभग साढ़े तीन घंटे तक चली. इस दौरान जेल में बंद हर कुख्यात अपराधियों के सेल को खंगाला गया. जहां से खैनी-छुरी जैसे चीजें पुलिस के हाथ लगी. पुलिस ने इस छापेमारी में खैनी, चाकू, ब्लेड, नेल कटर बरामद किए हैं.
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सुबह 3 बजे पहुंची पुलिसःसिटी एसपी और एसडीएम के नेतृव में पुलिस प्रशासन की टीम सुबह तीन बजे पूरे तामझाम के साथ रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार पहुंच गई थी और सुबह के ठीक 6ः30 में बाहर निकल आई. छापेमारी में शहर के चार डीएसपी, दस थानेदार समेत 300 से ज्यादा बल शामिल थे.
हर कुख्यात का सेल खंगाला गयाःजेल के अंदर पुलिस के द्वारा वैसे सभी कुख्यात अपराधियों के सेल को खंगाला गया, जो जेल के अंदर से ही अपने गैंग को नियंत्रित कर रहे हैं. इस दौरान चंदन सुनार, लव कुश शर्मा जैसे अपराधियों के सेल को भी खंगाला गया, पुलिस के हाथ छुरी, चाकू, ब्लेड ही लगे. लव कुश शर्मा पर पिछले सप्ताह कैदी वाहन में ही हमला हुआ था. ऐसे में उसके प्रतिद्वंदी गिरोह के अपराधियों के सेल की अच्छी तरह से तलाशी ली गई.
महिला सेल में भी हुई छापेमारीःजेल में छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मियों को भी लगाया गया था. जेल में बंद महिला कैदियों के वार्ड की महिला पुलिसकर्मियों ने गहनता से तलाशी ली.
अंदर से चलता है साम्रज्य, लेकिन नहीं मिलते निशानःजेल के अंदर से ही आधा दर्जन से अधिक बड़े अपराधी अपने गिरोह का संचालन कर रहे हैं. वे धड़ल्ले से जेल के अंदर से ही फोन करते हैं और लोगों से रंगदारी की डिमांड करते हैं लेकिन जब भी पुलिस की टीम छापेमारी करती है कोई फोन उन्हें हासिल नहीं हो पाता है. पुलिस के आने की सूचना जेल में पहले से ही मिल जाती है. जिसके बाद सभी मोबाइल फोन को छुपा दिया जाता है. जेल के अंदर छापेमारी के लिए जाने का प्रोसेस इतना जटिल है कि उतने ही समय में सभी कैदी सतर्क हो जाते हैं, नतीजा पुलिस हर बार खैनी और छुरी जैसे सामान जब्त कर वापस आ जाती है.