रांची:लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष से रंगदारी मांगे जाने के मामले में आरोपियों की तलाश में रांची और खूंटी के कई इलाकों में पुलिस ने अपनी दबिश दी. रात भर छापेमारी भी की लेकिन पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी.
पीएलएफआई के नाम पर पोस्टरबाजी दो करोड़ की रंगदारी की मांगरांची के तुपुदाना ओपी क्षेत्र के हरदाग चौक स्थित लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र प्रधान के बंद पड़े वाटर प्यूरीफायर फैक्ट्री प्लांट के गेट पर पीएलएफआई के नाम पर पोस्टरबाजी मामले में पुलिस ने पूरी रात खूंटी के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी की. हालांकि पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लगा है. पुलिस पोस्टरबाजी करने वालों की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. गौरतलब है कि लोजपा प्रदेश अध्य्क्ष की फैक्ट्री में पोस्टरबाजी कर दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई है.
क्या लिखा है पर्चे मेंपर्चे में धमकी देते हुए लिखा गया है कि संगठन की ओर से कई बार फरमान जारी कर दो करोड़ रुपये देने के लिए कहा गया. तुमने इस पर ध्यान नहीं दिया. तुमने पुलिस को खबर किया. देखता हूं पुलिस कितने दिन तुम्हें बचाती है. अब संगठन की ओर से तुम्हें मौत का फरमान सुनाया गया है. अब संगठन की ओर से फौजी कार्रवाई की जाएगी.
इस पोस्टर में भी निवेदक के रूप में विशाल का नाम लिखा गया है. इस पोस्टरबाजी के बाद वीरेंद्र प्रधान दहशत में आ गए. उन्होंने इसकी सूचना तुपुदाना ओपी पुलिस को दी. तुपुदाना थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन की. पोस्टर जब्त कर लिया. मामले में प्रधान के आवेदन पर एफआईआर दर्ज कराई गई है.
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तुपुदाना बनता जा रहा है उग्रवादियों का ठिकाना
रांची का तुपुदाना इलाका पीएलएफआई उग्रवादियों का ठिकाना बनता जा रहा है. पिछले कुछ वर्षों से इस इलाके में उग्रवादी सक्रिए हो गए हैं. पोस्टरबाजी, आगजनी से लेकर जमीन कारोबारियों की हत्या की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. पीएलएफआई के उग्रवादियों ने तुपुदाना इलाके के क्रशर व्यापारियों, कारोबारियों, जमीन कारोबारियों और बालू व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए लेवी वसूली करती हैं.
बताया जा रहा है कि उग्रवादी द्वारा क्रशर व्यवसायियों से पांच से 10 हजार रुपये प्रतिमाह, बड़े व्यवसायियों और जमीन कारोबारियों से 20 हजार से 50 हजार रुपये तक की लेवी की वसूली की जाती है. हालांकि कुछ उग्रवादियों को पुलिस ने इस इलाके से पकड़ा भी है, मगर ज्यादातर मामलों में अब तक पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी है.