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रांची: कोरोना हॉटस्पॉट हिंदपीढ़ी में बवाल के बाद चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात, इलाका हुआ सील

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Published : May 17, 2020, 10:06 AM IST

रांची के हिंदपीढ़ी में हुए बवाल के बाद जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है. देर रात आईजी, एसपी समेत कई आला अधिकारियों ने हिंदपीढ़ी के शांतिप्रिय लोगों के साथ बैठक कर मामला शांत करवाया. इलाके में तनाव को देखते हुए हिंदपीढ़ी पहुंचने वाले अलग-अलग रास्तों को पुलिस प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से सील कर दिया है.

Police force deployed in many places of hindpidhi in ranchi
सुरक्षा बल तैनात

रांची: जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण के हॉटस्पॉट बने हिंदपीढ़ी इलाके में हुए बवाल के बाद देर रात पुलिस के प्रयास से शांति व्यवस्था कायम कर दिया गया. रांची आईजी नवीन कुमार सिंह डीसी एसएसपी सहित आला अधिकारियों ने हिंदपीढ़ी के शांतिप्रिय लोगों के साथ बैठक कर मामले को शांत करवाया. एहतियातन राजधानी रांची की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है. हिंदपीढ़ी के आसपास पुलिस के जवानों को मुस्तैद रहने की हिदायत दी गई है. हालात के सामान्य होने के बाद रात के एक बजे ईटीवी भारत की टीम ने हिंदीपीढ़ी के हालात का जायजा लिया. इस दौरान रांची आईजी नवीन कुमार सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि हालात सामान्य है और उपद्रव की वजह की पड़ताल की जा रही है.

ग्राउंड जीरो से जानकारी देते संवाददाता
हिंदपीढ़ी पहुंचने वाले अलग-अलग मार्गों को प्रशासन ने किया सीलइलाके में तनाव को देखते हुए हिंदपीढ़ी पहुंचने वाले अलग-अलग रास्तों को पुलिस प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से सील कर दिया है. आवागमन रोकने के लिए इन क्षेत्रों में जगह-जगह सुरक्षा बलों के जवानों की तैनाती कर दी गई है. आईजी नवीन कुमार सिंह, डीसी राय महिमापत रे, एसएसपी अनीश गुप्ता रात के दो बजे तक हालात का जायजा लेने के लिए सड़क पर घूमते नजर आए. हिंदपीढ़ी के आस पास के प्रमुख चौराहे -सुजाता चौक, अल्बर्ट एक्का चौक, मारवाड़ी कॉलेज के नजदीक मंगल चौक, किशोरगंज चौक पेट्रोल से लाला लाजपत राय होते हुए हिंदपीढ़ी की ओर जाने वाली सभी सड़कों को ब्लॉक कर दिया गया है.

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इस तरह हुई विवाद की शुरुआत
शनिवार की देर रात सीआरपीएफ जवानों और पूर्व पार्षद मो. असलम के बीच हुए विवाद के बाद बवाल हो गया. पहले सीआरपीएफ जवानों के साथ पूर्व पार्षद मो. असलम की बहस हो गई. इस दौरान यह आरोप लगाया गया कि सीआरपीएफ जवानों की ओर से पूर्व पार्षद की पिटाई की गई. इसके बाद हंगामा बढ़ गया. मौके पर बड़ी संख्या में भीड़ एकत्र हो गई. देखते ही देखते भीड़ सीआरपीएफ के जवानों पर पत्थरबाजी करने लगी. भीड़ को अनियंत्रित होते देख सीआरपीएफ के जवानों ने मोर्चा संभाला और उन पर आंसू गैस के गोले दागे और रब्बर के बुलेट भी चलाए. आंसू गैस के गोले दागने के बाद स्थानीय लोगों ने इलाके की बिजली काट दी और अंधेरे का फायदा उठाकर सीआरपीएफ के जवानों पर पत्थरबाजी करने लगे.

पत्थरबाजी के बाद पुलिस को करना पड़ा बल प्रयोग
घटनास्थल पर मौजूद कुछ प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो विवाद की सूचना मिलने के बाद अचानक चारों तरफ से भीड़ एकत्र हो गई. भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. इसके बाद हालात को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षाबलों को बल प्रयोग करना पड़ा. भीड़ की तरफ से अचानक की गई पत्थरबाजी के लिए सुरक्षा बल तैयार नहीं थे. सुरक्षा में तैनात कुछ जवानों को हल्की चोटें भी आई हैं, हालांकि आधिकारिक रूप से आला अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं.

इलाके का चर्चित चेहरा रहा है पूर्व पार्षद
स्थानीय लोगों ने बताया कि पूर्व पार्षद मोहम्मद असलम इलाके का चर्चित चेहरा रहा है. स्थानीय लोगों के बीच उसकी मजबूत पकड़ है. लिहाजा जैसे ही सुरक्षा बल और पूर्व पार्षद के बीच विवाद की खबर फैली. अलग-अलग गलियों से मौके पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा, जिसके बाद सीआरपीएफ के ऊपर हमला कर दिया गया.

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