रांचीः कोरोना की दूसरी लहर को कैसे झारखंड ने काबू में किया, रिम्स स्टेट कोविड सेंटर ने कैसे अपनी भूमिका इसमें निभाई जैसे कई सवाल जानने के लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के अलग अलग हिस्सों के 09 डॉक्टरों के साथ वर्चुअल मीटिंग की.
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झारखंड में रिम्स ट्रॉमा सेंटर के हेड डॉ प्रदीप भट्टाचार्य के नेतृत्व में रिम्स कोरोना टास्क फोर्स के सदस्य, रिम्स अधीक्षक और सदर अस्पताल के दो डॉक्टरों ने पीएम की वर्चुअल मीटिंग में शिरकत की.
पीएम का पहला सवाल
कोरोना की सेकंड वेब को कैसे हैंडल किया
करीब सवा घंटे चली वर्चुअल मीटिंग में पीएम नरेंद्र मोदी ने डॉ प्रदीप भट्टाचार्य से पूछा कि कोरोना की दूसरी लहर को कैसे काबू में किया.
क्या बोले डॉ प्रदीप
ट्रामा सेंटर के हेड ने बताया कि राज्य सरकार के सहयोग से दूसरी लहर को काबू करने में सहायता मिली,30 बेड वाले ICU को 100 बेड में तब्दील किया गया वहीं कोविड वार्ड में बेड की संख्या बढ़ाई गई.
पीएम केअर से मिले वेंटिलेटर का बखूबी इस्तेमाल किया और दूसरे लहर में 100 लोगों को वेंटिलेटर सपोर्ट दिया वहीं वार्ड बेस्ड वेंटिलेटर की सुविधा भी शुरू की. जब डॉ प्रदीप कोरोना के खिलाफ जारी जंग में रिम्स की गतिविधियों की चर्चा कर रहे थे तो प्रधानमंत्री बड़ी ध्यान से उनकी हर बात सुन रहे थे.
पीएम केअर से मिले संसाधनों के उपयोग को लेकर पीएम ने जब पूछा तो डॉ प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि पीएम केअर से 104 वेंटिलेटर,100 हाई फ्लो, 100 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर मिले हैं पर 30 से 40 वेंटिलेटर का इस्तेमाल हम नहीं कर पाए क्योंकि उसमें किसी न किसी तरह की गड़बड़ी या कमियां थीं.
डॉ प्रदीप के पास आया पीएमओ से फोन