रांची:कोरोना संकट से निपटने के लिए पीएम मोदी ने झारखंड सहित देश के अन्य राज्यों के राज्यपाल के साथ की बैठक की. कोरोना संकट के बीच बुधवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड सहित देश के विभिन्न राज्यों के राज्यपाल के साथ वीडिओ कंफ्रेसिंग की. शाम 6.30 बजे से 8 बजे तक चली इस हाई लेवल मीटिंग में देश के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू,गृहमंत्री अमित शाह के अलावा झारखंड, प.बंगाल, गुजरात, महाराष्ट्र, सिक्किम सहित देश के कई राज्यों के राज्यपाल शामिल हुए.
झारखंड के राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू राजभवन से ऑनलाइन जुड़ी रहीं. देश के विभिन्न राज्यों में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण पर पीएम मोदी ने चिंता जताते हुए कहा कि मास्क को आज भी लोग ठीक ढंग से पूरी तरह नाक को ढककर नहीं पहनते हैं, जिसके कारण संक्रमण का खतरा बना हुआ रहता है.
45 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए यह वायरस खतरनाक है और संक्रमित होने के बाद ऐसे मरीज हॉस्पिटल पहुंचने का ज्यादा खतरा है इसलिए सरकार ने इन आयु वर्ग तक के लोगों को वैक्सीन लगाने पर जोर दिया है. उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन कार्य तेजी से चल रहा है. पीएम ने राज्यपालों से कॉलेजों और यूनिवर्सिटी के छात्र संघों, एनएसएस स्टूडेंट्स आदि के माध्यम से मास्क सही से लगाने और कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाने की अपील की.
पीएम ने कहा कि कोरोना संक्रमण का लक्षण मिलते ही जांच कराना होगा इसके लिए हमें सुविधाएं भी देनी होगी जिससे अधिक से अधिक संक्रमितों की पहचान और रोकथाम हो सकेगा.
जनभागीदारी और जन आंदोलन की जरूरत
वीडियो कॉफ्रेंसिंग में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे मामले पर चिंता जताते हुए कहा कि 50% लोग अभी भी मास्क नहीं पहनते. उपराष्ट्रपति ने कहा कि इसे परास्त करने के लिए जन आंदोलन और जनभागीदारी की आवश्यकता है. बगैर जनता के सहयोग के सरकार आखिर क्या करेगी.
इस अवसर पर कई राज्यों के राज्यपाल ने अपने राज्यों की स्थिति से अवगत कराया. समय अभाव के कारण झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को मौका नहीं मिला मगर यहां की रिपोर्ट केन्द्र सरकार को भेज दी गई है.