रांचीःकिसी भी खिलाड़ी का ओलंपिक में खेलना सपना होता है. ओलंपिक को लेकर खिलाड़ी कड़ी मेहनत कर तैयारी करते हैं और तब जाकर ओलंपिक तक का सफर तय कर पाते हैं. प्रत्येक सीजन में झारखंड के खिलाड़ी भी ओलंपिक रेस में शामिल होने के लिए काफी मेहनत करते हैं, लेकिन उनमें कुछ एक ही बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी ओलंपिक में खेल पाते हैं. इस वर्ष अब तक संभावना जताई जा रही है कि झारखंड के तीरंदाज ही ओलंपिक में खेल पाएंगे.
ओलंपिक हर 4 साल में आयोजित होता है. लेकिन कोरोना महामारी के कारण 2020 में इसका आयोजन नहीं हो सका. 1 साल देरी से यानी कि वर्ष 2021 में इसके आयोजन को लेकर तैयारियां की जा रही है. अब तक जो तिथि निर्धारित की गई है, उसके अनुसार 23 जुलाई से इसकी शुरुआत होगी, 8 अगस्त को इसका समापन किया जाएगा. लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण इस वर्ष भी कुछ हद तक ओलंपिक गेम के आयोजन को लेकर चिंता है. खासकर भारत के खिलाड़ी इस गेम में कैसे पार्टिसिपेट करेंगे, इसे लेकर चिंता का विषय बना हुआ है. क्योंकि भारत में इन दिनों कोरोना महामारी का प्रकोप हावी है और लगातार यह आंकड़ा बढ़ रहा है. कोरोना की दूसरी लहर से हर क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित है.
मिली सुखद खबर
रविवार की रात एक सुखद खबर सामने आई है. तीरंदाजी वर्ल्ड कप में भारतीय महिला खिलाड़ियों ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए 5-4 से मेक्सिको का हरा कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया है और इन तिकड़ी खिलाड़ियों का ओलंपिक में जाना लगभग लगभग तय माना जा रहा है. इस टीम में झारखंड की दीपिका कुमारी, कोमोलिका बारी और अंकिता भगत शामिल है और इन तीनों खिलाड़ियों का प्रदर्शन और फॉर्म इन दिनों बेहतर चल रहा है. दीपिका 2012 और 2016 के ओलंपिक में भाग ले चुकी हैं. अंकिता भगत और कोमोलिका बारी पहली बार ओलंपिक में हिस्सा लेंगी.
21 मई तक क्वालिफिकेशन का लास्ट टाइम