झारखंड

jharkhand

रांची में धारा 144 लगने से बढ़ी परेशानी, रिम्स के ओपीडी में पसरा सन्नाटा

By

Published : Jun 11, 2022, 6:18 PM IST

रांची में धारा 144 (section 144 in Ranchi) लगने से लोग परेशान नजर आ रहे हैं. इसका स्वास्थ्य सेवा पर असर पड़ा है. रिम्स में आम दिनों की तुलना में शनिवार को ओपीडी में कम की संख्या में मरीज मिले. आलम ऐसा है कि कई मरीज स्वास्थ्य लाभ के लिए अपने चिकित्सक से सलाह लेने के लिए नहीं पहुंच पा रहे हैं.

People upset due to imposition of section 144 in Ranchi
रांची

रांचीः मेन रोड में बवाल को लेकर दूसरे दिन भी शहर के लोग परेशानियों से जूझते (People upset due to imposition of section 144) दिखे. जिसका सबसे बड़ा उदाहरण राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में देखने को मिला. शुक्रवार को हुई घटना के बाद शनिवार को रिम्स में आने वाले मरीजों की संख्या में कमी देखी गयी. खासकर रिम्स के ओपीडी की बात करें तो पूरे ओपीडी में आने वाले मरीज शनिवार को अपने डॉक्टर से सलाह लेने के लिए भी नहीं पहुंच पाए.

इसे भी पढ़ें- Ranchi Violence: जुमे की नमाज के बाद की हिंसा में दो की मौत, रिम्स में चल रहा है कई घायलों का इलाज

रिम्स में प्रतिदिन कम से कम 700 से 800 मरीज सभी विभाग के ओपीडी सेवा में डॉक्टर से सलाह लेने आते हैं. लेकिन शुक्रवार को मेन रोड में बवाल को लेकर शहर में धारा 144 लगने के बाद शनिवार को लोग अपने घरों से कम निकल रहे हैं. वहीं कुछ मरीजों व परिजनों ने बताया कि मेन रोड में हुई घटना को लेकर राजधानी के कई रूटों में ऑटो या अन्य वाहन नहीं चल रहे हैं. जिस वजह से लोगों को अस्पताल आने में काफी दिक्कत हो रही है.

जयप्रकाश नगर के रहने वाले निवासी साधु बताते हैं कि उनकी पत्नी को सुबह से हल्का बुखार है लेकिन वह अस्पताल जाकर अपनी पत्नी को नहीं दिखवा पा रहे हैं. क्योंकि सुबह से ही सड़क पर सन्नाटा पसरा हुआ है, एक भी ऑटो या कोई दूसरा वाहन नहीं चल रहा है. उन्होंने बताया कि रांची में धारा 144 लगने से शहर के गरीब लोगों को काफी दिक्कतें हो रही है.

रिम्स अस्पताल के ओपीडी में प्रतिदिन 700 से 800 मरीज आते हैं. जिसमें राज्य के सभी जिलों के मरीज शामिल हैं लेकिन इसमें सबसे ज्यादा मरीज रांची जिला के विभिन्न इलाकों से होते हैं. लेकिन शनिवार को शहर की स्थिति खराब होने के कारण रांची जिला के लोग अपने घरों से नहीं निकल पाए. जिसका असर रिम्स के सभी विभागों के ओपीडी में देखने को मिला.

ABOUT THE AUTHOR

...view details