रांची: द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनीं हैं. भारत के 15वें राष्ट्रपति के रुप में पद और गोपनीयता की शपथ लेने के बाद देशभर में खुशी की लहर है. झारखंड में बतौर राज्यपाल उनके कार्यकाल को खास तौर पर याद किया जा रहा है. द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने पर झारखंड में खुशी की लहर है.
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पूर्व स्पीकर और बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि आजादी के 75वें वर्ष में एक आदिवासी महिला का देश का सर्वोच्च पद पर आसीन होना हर्ष का विषय है. उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू बतौर राज्यपाल झारखंड में रहीं हैं जिनका कार्यकाल हमेशा यादगार रहेगा. उन्होंने उम्मीद जताई है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नेतृत्व में देश तरक्की की ऊंचाई छुऐगा. इधर झारखंड कांग्रेस ने भी द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने पर खुशी जताई है. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सतीश पॉल मुंजनी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि द्रौपदी मुर्मू से आदिवासी समाज को काफी उम्मीद है. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज का सरना धर्मकोड पुरानी मांग है, हम उम्मीद करते हैं कि द्रौपदी मुर्मू इसको लेकर जरूर पहल करेंगी.
बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बयान द्रौपदी मुर्मू देश की सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति:द्रौपदी मुर्मू के नाम कई रिकॉर्ड हैं. 20 जून 1958 को जन्मी द्रौपदी मुर्मू देश की सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति हैं. इसके अलावे देश की आजादी के बाद जन्म लेने वाली पहली राष्ट्रपति हैं. प्रतिभा पाटिल के बाद द्रौपदी मुर्मू भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं. द्रौपदी मुर्मू ओडिशा की पहली व्यक्ति हैं जिन्होंने राष्ट्रपति पद को सुशोभित किया है. गौरतलब है कि राष्ट्रपति बनने से पहले द्रौपदी मुर्मू 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल रही हैं.