रांची:राजधानी के पिठौरिया इलाके में भोले-भाले ग्रामीणों को ऑटो दिलाने के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है. पिठोरिया के विनीता ऑटोमोबाइल्स के संचालक ने कई ग्रामीणों के नाम पर ऑटो लोन करवाया, लेकिन ऑटो उन्हें ना देकर किसी दूसरे शख्स को बेच दिया. मामला सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपित ऑटो एजेंसी के मालिक को धर दबोचा है.
लोन की किस्त कटने पर हुई ठगी की जानकारी रांची के पिठौरिया थाना क्षेत्र में रहने वाले वरुण कुमार ने ऑटो खरीदने के लिए पंजाब एंड सिंध बैंक में लोन के लिए अप्लाई किया था. ऑटो डीलर रवि रंजन ने वरुण कुमार जैसे कई युवाओं को पंजाब सिंध बैंक से लोन दिलवाले के लिए कागजात लिए थे, साथ ही कागजात जमा करने वालों को यह बताया गया था कि एक महीने में कागजी कार्रवाई पूरी हो जाएगी. उसके बाद उन्हें लोन पर ऑटो मिल जाएगा. इसी बीच वरुण और उनके जैसे कई युवकों के बैंक अकाउंट से अचानक लोन की पहली किस्त कट गई, जिसके बाद वे लोग बैंक पहुंचे. बैंक पहुंचने के बाद उन्हें पता चला कि उनके नाम से ऑटो पहले ही दिया जा चुका है और उसी की पहली किस्त बैंक ने उनके अकाउंट से काटी है.
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फोटोशॉप की मदद से की गई ठगी
दरअसल, ऑटो डीलर रवि ने वरुण जैसे कई लोगों को ठगने के लिए प्लान बनाया था. उसने उनके कागजात बैंक में जमा करवा दिए और लोन निकाल लिया. उसके बाद फोटोशॉप की मदद से वरुण का फोटो लगाकर ऑटो देते हुए बैंक में जमा कर दिया ऑटो किसी दूसरे आदमी को बेच दिया. अब तक 8 ऑटो की डिलीवरी उसने कर दी, लेकिन ऑटो लाभुकों को नहीं मिला. लोगों से ठगी करने वाला डीलर रवि रंजन बिहार के बक्सर भागने की फिराक में था, जहां उसने अपना नया शोरूम खोला था. हालांकि, समय रहते पुलिस ने उसे धर दबोचा.
फोटो शॉप की मदद से की गई ठगी
मामले में ग्रामीण एसपी नौशाद अलाम ने बताया कि रवि रंजन की ओर से गाड़ियों की डिलिवरी की गई और उसमें उसकी ओर से फोटो भी बैंक में सबमिट किया गया, जिसमें ग्राहक की ऑटो डिलीवर करते दिखाया गया. हालांकि, ग्राहकों को ऑटो डिलीवर भी नहीं की गई. उन्होंने बताया कि फोटो शॉप की मदद से रवि रंजन ने ग्राहक की फोटो तैयार की थी. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.