रांची:देश में कोरोना को कैसे कंट्रोल किया जाए इसको लेकर हर दिन एक के बाद एक कदम उठाए जा रहे हैं. ऐसे में कुछ वक्त के लिए जरूरी चीजों पर भी पाबंदी लगाई जा रही है. दिल्ली और मुंबई में बढ़ते संक्रमण के चलते डाक सेवा को बंद करने का निर्णय लिया गया है. मतलब यह कि डाकघरों से कोई सामान या चिट्ठी 15 मई तक दिल्ली और मुंबई नहीं भेज पाएंगे. ऐसे में डाकसेवा प्रभावित होने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. हर दिन रांची सहित देश भर से निबंधित डाक दिल्ली और मुंबई भेजी जाती है. डोरंडा मुख्य डाकघर के पोस्टमास्टर कृष्ण मुरारी सिन्हा का कहना है कि विभाग के निर्देशानुसार दिल्ली और मुंबई के लिए डाक नहीं ली जा रही है. कई डाक जो पहले बुक किए गए हैं वे या तो पोस्ट ऑफिस में पड़े हैं या उसे रिटर्न किया जा रहा है.
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चिठ्ठी और पार्सल लेने से इनकार कर रहे लोग
एक तरफ जहां दिल्ली और मुंबई के लिए डाक सेवा बंद कर दी गई है वहीं, कोरोना का खौफ इस कदर है कि लोग डाक सेवा के जरिये आ रहे पार्सल या चिट्ठी को भी अब लेने से इनकार करने लगे हैं. स्थिति ऐसी है कि कोरोना संकट के बीच आवश्यक सेवा में लगे डाकिया लोगों को बिना चिट्ठी दिए वापस लौट जा रहे हैं. डाकिया गणपत बताते हैं कि साथ में सेनेटाइजर लेके चलते हैं और डबल मास्क लगाते हैं. लोगों को जब पार्सल देने जाते हैं तब वे कहते हैं कि पार्सल बाहर छोड़ दीजिए और खुद ही साइन कर लीजिए. कोरोना का डर ऐसा है कि पार्सल लेने बाहर तक नहीं निकलते. कोई जरूरी सामान न हो तो उसे वापस भी करवा देते हैं. आरएमएस के सुपरवाइजर अनिल ठाकुर कहते हैं कि लोग दवा या कुछ जरूरी सामान वाले पार्सल को स्वीकार करते हैं लेकिन अन्य सामान या चिठ्ठी को कोरोना के भय से वापस कर रहे हैं.
कोरोना संकट के बीच डाकघर के कर्मचारी पूरी सतर्कता से ड्यूटी में लगे हैं. जान पर खेलकर घर-घर जाकर पार्सल पहुंचा रहे हैं. ऐसे में लोगों को भी सहयोग करने की जरूरत है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए काम करें. पार्सल को सेनेटाइज करने के बाद ही लें.