रांची: जिले में मंगलवार को निजी स्कूल संचालकों और शिक्षा मंत्री के अलावा पूरे शिक्षा महकमे की बैठक हुई. इस बैठक के बाद जो निर्णय सामने आया है. उस निर्णय से राज्य के अभिभावक संतुष्ट नहीं है. इसी कड़ी में ईटीवी भारत की टीम ने राजधानी रांची के ऐसे ही कई अभिभावकों से विशेष रूप से बातचीत की है और इस फैसले को लेकर उनकी राय जानने की कोशिश की.
मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन में शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो, शिक्षा सचिव और विभाग के पदाधिकारियों के साथ निजी स्कूल संचालकों की एक विशेष बैठक आयोजित की गई थी. बैठक के दौरान लॉकडाउन में निजी स्कूलों से ट्यूशन फीस माफ कराने की शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की घोषणा भी धरी की धरी रह गई. दरअसल शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने पहले कई बार कहा था कि किसी भी हालत में निजी स्कूलों को लॉकडाउन के दौरान फीस माफ करना ही होगा और राज्य के अभिभावक शिक्षा मंत्री के इस घोषणा को वादा समझ बैठे थे, लेकिन बैठक के बाद निजी स्कूलों और शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने यह फैसला सुनाया कि तमाम निजी स्कूल फिलहाल ट्यूशन शुल्क ही लेंगे. बस भाड़ा और अन्य शुल्क की वसूली नहीं की जाएगी. इसे लेकर स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग एक आदेश जारी करेगा.
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