रांचीः एक तरफ जहां पूरे देश भर में शिक्षक दिवस के मौके पर शिक्षकों को सम्मानित किया जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ झारखंड के पारा शिक्षक शुक्रवार को झारखंड हाई कोर्ट में अपनी सेवा को नियमित करने की मांग को लेकर रिट याचिका दायर करने पहुंचे. पिछले 10 वर्षों से राज्य के विभिन्न जिलों में कार्यरत पारा शिक्षकों ने झारखंड हाई कोर्ट में रिट याचिका दायर की है और अदालत से न्याय की गुहार लगाई है.
पारा शिक्षकों ने खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा, सेवा नियमित को लेकर दायर की याचिका
रांची में पारा शिक्षकों ने झारखंड हाई कोर्ट में रिट याचिका दायर की है. अपनी सेवा को नियमित करने की मांग को लेकर पारा शिक्षकों ने याचिका दायर की. उनका कहना है कि वह लंबे समय से आंदोलनरत हैं, उनकी मांग नहीं सुनी गई इसलिए वे न्यायालय की शरण में आंए हैं.
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मांग नहीं सुने जाने पर न्यायालय की शरण
शिक्षक दिवस के दिन याचिका दायर करने पहुंचे शिक्षकों के मुताबिक वह लंबे समय से आंदोलनरत है और अगर उनकी मांग नहीं सुनी गई तो उन्होंने न्यायालय की शरण में पहुंचे हैं. याचिकाकर्ता के अधिवक्ता के मुताबिक पहले चरण में 21 पारा शिक्षकों का रिट याचिका दायर किया गया है. वहीं अगले कुछ दिनों में राज्यभर के अलग-अलग जिलों से लगभग 50,000 पारा शिक्षकों की ओर से रिट याचिका दायर की जाएगी. अधिवक्ता ने कहा कि याचिका के माध्यम से कोर्ट को बताया गया कि सरकार के 20 जून 2019 के नियमावली के आधार पर 10 वर्षों से कार्य कर रहे अनुबंध कर्मियों को नियमित करने का आदेश निकाला गया है. उसी आदेश के आलोक में जिन पारा शिक्षकों ने पिछले 10 वर्षों से शिक्षण कार्य में सेवा दे रहे हैं, उन सभी पारा शिक्षकों को सरकार के नियमावली के आधार पर सेवा नियमित किया जाए. उसी मांग को लेकर झारखंड हाई कोर्ट में आज रिट याचिका दायर की गई है.