रांची:अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद और केंद्रीय सरना समिति के संयुक्त तत्वाधान में पाहन सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस सम्मेलन में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोग शामिल हुए. इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य आदिवासियों को अपनी सभ्यता और संस्कृति बरकरार रखना है.
रांची में पाहन सम्मेलन का किया गया आयोजन, राज्य के अलग-अलग हिस्सों से आए पाहन हुए शामिल
रांची में अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद और केंद्रीय सरना समिति के संयुक्त तत्वाधान में पाहन सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस दौरान लोगों को आदिवासी परंपरा से अवगत कराया गया.
आदिवासी परंपरा को मजबूत करना है लक्ष्य
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष के मुताबिक, आदिवासी समाज की आस्था और परंपरा पर अब संकट मंडराने लगा है. इसकी वजह से आदिवासी लोग भी अब अपनी धार्मिक अनुष्ठान को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है. केंद्रीय सरना समिति के संरक्षक भुनेश्वर लोहरा का कहना है कि राज्य भर से लोग पाहन सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे हैं. इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य समाज में जाकर आदिवासियों के रीति रिवाज को लोगों तक पहुंचाना है. खासकर इस बार सरहूल पर्व भी धूमधाम से मनाना है और ऐसे में इस तरीके से अपनी एकता और परंपरा को दिखाने के लिए पाहन सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है.