रांची:राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में अब ऑर्गन ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू होगी. इसके साथ ही रिम्स देश का 12वां ऑर्गन ट्रांसप्लांट केंद्र बन जाएगा. शुक्रवार को न्यू ट्रामा सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रिम्स निदेशक डॉ. कामेश्वर प्रसाद ने इस संबंध में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कोरोना के कारण मानव के कई अंग प्रभावित हुए हैं. जिसकी वजह से मल्टी ऑर्गन फेल्योर की समस्या मरीजों में लगातार देखी जा रही है. इस समस्या से निजात पाने के लिए अंगदान ही एकमात्र उपाय है. खराब अंग रिप्लेस किया जा सकता है और इंसान द्वारा दान किए गए अंग से मरीज का इलाज किया जा सकता है. इसके लिए जरूरी है कि ज्यादा से ज्यादा लोग अंग दान करें ताकि वह किसी और के काम आ सके.
रिम्स के निदेशक डॉ. कामेश्वर प्रसाद ने बताया कि कोरोना की वजह से अंग दान करने वाले लोगों की संख्या कम हुई है. इसलिए जरूरी है कि ज्यादा से ज्यादा लोग अंगदान के लिए आगे आएं क्योंकि मानव अंग बनाया नहीं जा सकता. उसे दान से ही पूरा किया जा सकता है.
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जल्द होगी किडनी ट्रांसप्लांट की शुरुआत
किडनी प्रत्यारोपण की शुरुआत जल्द होने जा रही है. इसको लेकर सर्जन की आवश्यकता है जिसकी नियुक्ति के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. साथ ही डायलिसिस की व्यवस्था को और भी सुदृढ़ करने के लिए प्रयास किया जा रहा है. टेंडर के जरिए इस व्यवस्था की शुरुआत की जाएगी. इसको लेकर स्वास्थ्य मंत्री की सैद्धांतिक स्वीकृति मिल गई है. उसके बाद ट्रांसप्लांट की व्यवस्था को भी मजबूत कर दिया जाएगा.
स्वास्थ्यकर्मियों की होगी नियुक्ति
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद डिपार्टमेंट ऑफ एनाटोमी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राजीव रंजन ने कहा कि किडनी प्रत्यारोपण की शुरुआत को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के बीच एमओयू हुआ है. कोरोना के कारण इसमें विलंब हुआ लेकिन इसे जल्द शुरू कर दिया जाएगा. इसको लेकर स्टाफ की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. उन्होंने कहा कि रिम्स की वेबसाइट पर अंगदान को लेकर प्रतिज्ञा फॉर्म उपलब्ध है. दान करने वाले इच्छुक लोग अपने परिजनों से बात कर अंग दान के इस फॉर्म को आसानी से भर सकते हैं.
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