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झारखंड कई जिलों में भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट, किसानों को राहत की उम्मीद - rain in palamu

मौसम केंद्र रांची ने झारखंड के किसानों के लिए अच्छी खबर दी है. मौसम विभाग के अनुसार राज्य में अगले दो दिनों में भारी बारिश की संभावना है. ऐसे में बारिश की आस में बैठे किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है.

Orange alert in jharkhand
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Published : Jul 16, 2023, 6:17 PM IST

अभिषेक आनंद, मौसम वैज्ञानिक

रांची: मानसून की झमाझम बारिश के लिए आसमान की ओर टकटकी लगाए झारखंड के अन्नदाताओं के लिए मौसम केंद्र रांची ने थोड़ा सुकून देने वाली खबर दी है. मौसम केंद्र रांची के प्रभारी निदेशक अभिषेक आनंद ने अपने ताजा पूर्वानुमान में अगले दो दिनों तक राज्य भर में अच्छी बारिश और झारखंड के दक्षिणी और मध्य भाग वाले जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश की भी बात कही है.

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मौसम केंद्र रांची के प्रभारी निदेशक के अनुसार, शनिवार को नार्थ बंगाल की खाड़ी और गंगेटिक वेस्ट बंगाल के ऊपर बना साइक्लोनिक सर्कुलेशन अब लो प्रेशर एरिया में बदल कर उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है. इसका असर नार्थ ओडिशा, गंगेटिक वेस्ट बंगाल और झारखंड के ऊपर पड़ेगा. इसके प्रभाव से ही अगले दो दिनों तक राज्य में अच्छी बारिश होने की संभावना है.

इन जिलों में बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट: मानसून की स्थिति को बेहद अनुकूल बताते हुए मौसम केंद्र रांची ने सोमवार को पश्चिम सिंहभूम, गुमला और सिमडेगा में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां, खूंटी और रांची जिले के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है.

जुलाई महीने में सामान्य से 78% कम हुई है बारिश:कृषि निदेशालय से मिले 14 जुलाई तक के आकंड़े के अनुसार राज्य में जुलाई महीने में 319 मिमी वर्षा की जगह मात्र 71 मिमी वर्षा हुई है जो सिर्फ 22.23% है. सामान्य से लगभग 78% कम बारिश का प्रभाव खेती पर साफ दिखना शुरू हो गया है. राज्य में 18 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में धानरोपनी का लक्ष्य निर्धारित है, जिसमें से 14 जुलाई तक महज 01 लाख 47 हजार 625 हेक्टेयर (8.20%) में ही धान का आच्छादन हुआ है.

इसी तरह कम बारिश की वजह से मक्का के फसल भी लक्षित 03 लाख 12 हजार 560 हेक्टयर की जगह सिर्फ 65 हजार 525 हेक्टेयर क्षेत्र (20.96%) में लगा है. दलहन की बात करें तो राज्य में इस वर्ष 06 लाख 12 हजार 900 हेक्टेयर जमीन पर दाल की फसल लगाने का लक्ष्य था. जिसमें से महज 41 हजार 527 हेक्टेयर (6.78%) में ही दलहन की फसल लगाई जा सकी है. राज्य में इस वर्ष तिलहन के लिए 60 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में खेती का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. जिसमें से महज 07 हजार 39 हेक्टेयर (11.73%) के ही तिलहन की फसल लगाई जा सकी है.

कृषि विभाग को अच्छी मानसूनी वर्षा की उम्मीद: जून और जुलाई महीने में अबतक औसत से काफी कम हुई वर्षा की वजह से खेती बाड़ी पर पड़ रहे असर को स्वीकारते हुए कृषि निदेशालय के अधिकारी मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा कि वर्षा और खेती की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है. मौसम केंद्र ने भी अगले कुछ दिनों तक राज्य में अच्छी वर्षा का पूर्वानुमान जारी किया है. ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि अच्छी वर्षा के साथ ही धान की रोपनी में तेजी आएगी और आच्छादन का एरिया तेजी से बढेगा. उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से देखा जाता रहा है कि राज्य में 15 अगस्त तक धान की रोपनी किसान करते हैं, ऐसे में अगर अभी भी अलग-अलग जिलों में पर्याप्त वर्षा हो जाती है तो खेती की स्थितियां अनुकूल हो जाएगी.

पिछले 24 घंटे में गुमला जिले में हुई है सबसे अधिक वर्षा:मौसम केंद्र से मिले आंकड़ें के अनुसार, राज्यभर में पिछले 24 घंटें में मानसून सक्रिय और अनुकूल रहा है. रांची, गुमला, पश्चिमी सिंहभूम, डाल्टनगंज, बोकारो सहित कई जिलों में कहीं अच्छी तो कहीं मध्यम दर्जे की वर्षा हुई है. जगरनाथपुर में भारी बारिश 92 मिमी रिकॉर्ड किया गया है.

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