रांचीः चान्हो दुष्कर्म मामले की चौतरफा निंदा हो रही है. रांची के चान्हो में दुष्कर्म की घटना पर झारखंड बीजेपी ने हेमंत सरकार पर निशाना साधा है. वहीं सत्तारूढ़ दल के नेता भी इस घटना को शर्मसार बताते हुए पुलिस प्रशासन को चुस्त रहने की सलाह दी है.
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रांची में गैंगरेप की घटना पर चौतरफा निंदा की जा रही है. भाजपा जहां इसे पुलिस प्रशासन की विफलता बता रही है. वहीं सरकार के मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव भी इसकी निंदा करते हुए इसे सामाजिक अपराध बताया है. भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर ने चान्हो में नाबालिग के साथ हुई दुष्कर्म की घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा कि हेमंत सोरेन के 2 वर्ष के कार्यकाल में महिलाओं के साथ दुष्कर्म, उत्पीड़न और हत्या मामले में राज्य रोज नया रिकॉर्ड बना रही है. उन्होंने कहा कि चान्हो में हुई नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना ने राज्य को शर्मसार किया है. झारखंड सरकार के वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने चान्हो में दुष्कर्म की हुई घटना की निंदा की. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को ऐसी घटना को रोकनी होगी. उन्होंने कहा कि राज्य में कानून का राज रहे इसके लिए पुलिस को चुस्त और चौकस रहना होगा.
नेताओं ने चान्हो में दुष्कर्म की घटना की निंदा की घटनास्थल से दौरा करने के बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए गंगोत्री कुजूर और आरती कुजूर ने कहा कि एक नाबालिग आदिवासी बच्ची समाज और देश सेवा में जाने के लिए प्रतिदिन सुबह-सुबह दौड़ कर अपने आप को तैयार कर रही थी. लेकिन राज्य सरकार की विधि व्यवस्था लचर होने के कारण उसके देश सेवा करने के सपनों को चकनाचूर कर दिया है. उन्होंने कहा कि 3 दिन से आरोपियों द्वारा नाबालिग की रेकी कर उस घटना को अंजाम दिया गया. लेकिन पुलिस विभाग के खुफिया तंत्र को पता तक नहीं चल पाया. अहले सुबह राष्ट्रीय राजमार्ग पर नाबालिग का अपहरण कर दुष्कर्म की घटना को अंजाम देना और जान मारने की नीयत से लोहरदगा ले जाना राज्य सरकार की पुलिसिया तंत्र की पोल खोलती है.
उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार बनने से लेकर अक्टूबर 2021 तक सरकारी आंकड़ों के अनुसार 3152 बलात्कार की घटना घटी है, जो अपने आप मे चौकाने वाला आंकड़ा है. उन्होंने कहा कि वह चाहे होनहार दरोगा रूपा तिर्की हत्याकांड, कांग्रेसी विधायक द्वारा महिला के प्रति अभद्र टिप्पणी, रामगढ़ में पदस्थापित एसडीपीओ द्वारा अपनी पत्नी को प्रताड़ित करना, लातेहार में महिला स्वास्थ्य कर्मी का उनके सरकारी आवास से अपहरण कर रामगढ़ में बंदी बनाना और 2 लाख देने के बाद अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटना, सिमडेगा में मॉब लिंचिंग के शिकार संजू प्रधान की गर्भवती पत्नी को पुलिस के सामने मारकर कोख उजाड़ना, सिमडेगा में झरियो देवी को डायन बिसाही के नाम पर आग में डाल देना. पाकुड़ में सोहराय पर्व मना कर लौट रही आदिवासी महिला की हत्या की घटना ने राज्य की बेटियों में भय का माहौल उत्पन्न हुआ है. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि हेमंत सोरेन के राज में राज्य के किसी भी कोने में महिलाएं सुरक्षित नही है. उन्होंने स्थानीय विधायक और कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि राज्य की इतनी बड़ी घटना घटित हुई है लेकिन ना तो पीड़िता और उसके परिजन से मुलाकात कर सांत्वना देने विधायक उनके घर गए.