रांचीः झारखंड के बजट को मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा और आजसू ने निराशाजनक और दिशा विहीन बताया. भाजपा विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि बजट में कहीं भी स्पष्ट नहीं है कि सरकार कहां से राजस्व की उगाही करेगी. उन्होंने कहा कि जब आयुष्मान भारत योजना चल रही है फिर मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना क्या है. यह गलत परंपरा है. उन्होंने कहा कि मार्च महीने में ढाई सौ से तीन सौ के आसपास डॉक्टर रिटायर होंगे. इस गैप को भरने के लिए सरकार को सोचना चाहिए.
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आजसू विधायक सुरेश महतो ने झामुमो और कांग्रेस के निश्चय सह घोषणा पत्र की याद दिलाई. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 10 एसटी छात्रों को प्रतिवर्ष विदेश में पढ़ाई करने के लिए जयपाल सिंह मुंडा के नाम पर योजना शुरू की है लेकिन सरकार को समझना चाहिए कि यहां के आदिवासी महिलाओं की शिक्षा का प्रतिशत महज 32% है.
सरकार को शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने पर जोर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार जिस बिरसा हरित ग्राम योजना, नीलांबर पितांबर जल समृद्धि योजना और शहीद पोटो-हो खेल मैदान योजना की बात कर अपनी पीठ थपथपा रही है वह सभी तो मनरेगा से जुड़ी हुई हैं.
1 साल हो गए अब तक किसानों को ऋण माफी योजना का लाभ नहीं मिला. किसी को 100 यूनिट बिजली मुफ्त नहीं मिली. हर साल 5 लाख युवाओं को नौकरी नहीं मिली. इस साल मार्च तक 15,000 युवाओं को नौकरी कैसे देगी सरकार, इसका बजट में जिक्र नहीं है.