रांची: रामनवमी जुलूस के दौरान लोहरदगा, बोकारो सहित राज्य के कई जगहों पर हुई हिंसा के बाद सरकार के प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं. विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने हेमंत सरकार के खुफिया तंत्र के फेल होने का आरोप लगाते हुए, इसके पीछे सरकार के तुष्टिकरण को जिम्मेदार माना है. वहीं, मंत्री आलमगीर आलम ने पलटवार करते हुए कहा है कि हर चीज में राजनीति करना उचित नहीं.
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विपक्ष का वार: दरअसल, लोहरदगा, बोकारो सहित राज्य के कई जगहों पर रामनवमी जुलूस के दौरान छिटपुट हिंसा हुई. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने लोहरदगा की घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि वर्तमान सरकार के तुष्टिकरण के कारण असामाजिक तत्वों का मनोबल बढ़ा हुआ है. लोहरदगा की घटना ने सरकार की पोल खोलकर रख दी है. यह वही क्षेत्र है जहां से सरकार के वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव चुनाव जीतकर आते हैं. उन्होंने कहा इस क्षेत्र में पहले भी घटना हुई थी, लेकिन सरकार गुनाहगारों को अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है. इसी तरह बोकारो और अन्य जगहों पर भी वारदात हुई है. राजधानी के सुकुरहुटू में भी इसी तरह का उन्माद फैलाने की कोशिश की गई है. हेमंत सरकार को ऐसे तत्वों से सख्ती से निपटना चाहिए ना कि तुष्टिकरण कर उनके मनोबल को बढ़ाना चाहिए.
विपक्ष का वार सत्ता पक्ष का पलटवार सत्ता पक्ष का पलटवार: झारखंड में कानून व्यवस्था को लेकर लगातार सरकार पर उठ रहे सवाल पर ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है. उन्होंने रामनवमी के दौरान हुए हिंसा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हमारा देश गंगा जमुनी तहजीब का देश है, जिसमें हर लोगों को अपने धर्म में विश्वास रखने की आजादी है. ऐसे में किसी भी धर्म या आस्था में दखल अंदाजी उचित नहीं है. इससे सामाजिक सद्भाव बनने के बजाय माहौल बिगड़ता है. भाजपा की ओर से किये जा रहे हमले की आलोचना करते हुए मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि हर चीज में राजनीति करना उचित नहीं है.