रांची:झारखंड में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस से बचाव के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 22 से 29 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा की है. हालांकि इसका नाम स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह दिया गया है, जिसके जरिए बंदिश लगाकर कोरोना चेन को तोड़ने की कोशिश की गई है. इधर, राज्य सरकार के इस निर्णय का सत्ता पक्ष और विपक्ष ने स्वागत किया है.
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पक्ष-विपक्ष ने किया लॉकडाउन के फैसले का स्वागत कल तक लॉकडाउन का विरोध कर रही कांग्रेस ने भी लॉकडाउन का समर्थन किया है. कांग्रेस ने उम्मीद जताई है कि इससे कहीं न कहीं कोरोना संक्रमण चेन को तोड़ने में सफलता मिलेगी. प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि लगातार IMA और चेंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से राज्य में पूर्ण लॉकडाउन लगाने की मांग की जा रही थी, जिसको लेकर मैंने राज्य के मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और डॉक्टर रामेश्वर उरांव से इसको लेकर आग्रह किया था. इस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान लेते हुए संपूर्ण पाबंदी लगाने का काम किया है.
स्वागत योग्य कदम- बीजेपी
उन्होंने ये भी कहा कि झारखंड की जनता को कोरोना से बचाने के लिए एक बहुत बड़ा कदम है. बीजेपी का कहना है कि देर से ही सही, ये स्वागत योग्य कदम है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि इससे कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने में सहायता मिलेगी. लॉकडाउन के दौरान लोग घरों में रहें और केवल आवश्यक कार्यों से ही बाहर निकलें. प्रदीप सिन्हा ने कहा कि लॉकडाउन की मांग बीजेपी पहले से ही कर रही थी और विकल्प के रुप में यही एक रास्ता बचा है.