रांची:हेमंत सोरेन सरकार 29 दिसंबर को अपने एक वर्ष का कार्यकाल पूरा कर रही है. ऐसे में रांची के मोरहाबादी मैदान में सरकार ने अपने एक साल की उपलब्धियों को गिनाने के लिए भव्य समारोह का आयोजन किया है. मोरहाबादी मैदान में हर तरफ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बड़े-बड़े बैनर और कटआउटस लगे हुए हैं. या यूं कहा जाए तो मोरहाबादी मैदान में हर तरफ केवल हेमंत और हेमंत ही नजर आ रहे हैं.
हर तरफ हेमंत
रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान के चप्पे-चप्पे पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बड़े-बड़े कटआउटस लगाए गए हैं. 70 के दशक में हिंदी फिल्मों के हीरो के माफिक. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सफेद कुर्ता पजामा और ग्रे कलर की बंडी पहने हुए हैं. बैनर और पोस्टर इतने लगे हैं कि पढ़ने में घंटों लग जाएंगे. मौका ही कुछ ऐसा है. हेमंत सरकार एक साल का कार्यकाल पूरा कर चुकी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कल सरकार के एक साल की उपलब्धियां और आगे का रोड मैप आम लोगों के साथ साझा करने वाले हैं. पिछले साल 29 दिसंबर को राज्य के 11 में मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने जब शपथ ली थी, उस वक्त भी ऐसा नजारा नहीं दिखा था. मोरहाबादी मैदान का माहौल पूर्वर्ती रघुवर सरकार के कार्यक्रमों की याद दिला रहा है.
चर्चा में सरकार
दरअसल, हेमंत सरकार के इस नए पब्लिसिटी अवतार की चर्चा इसलिए हो रही है, क्योंकि सरकार बनने के वक्त सत्ता पक्ष के तरफ से बार-बार कहा जाता था कि उनकी सरकार पब्लिसिटी के लिए बैनर पोस्टर का सहारा नहीं लेगी. फिर एकदम से इतना बड़ा बदलाव क्यों. हो सकता है कि ऐसा करना समय की मांग हो, लेकिन लोग चर्चा कर रहे हैं कि झारखंड में महागठबंधन की सरकार है न कि झामुमो की. अगर गठबंधन की सरकार है तो दूसरे दलों के मंत्रियों की तस्वीर भी दिखनी चाहिए थी. कुछ लोगों का यह भी मानना है कि चुकी मुख्यमंत्री यहां से ऑनलाइन शिलान्यास और उद्घाटन करने वाले हैं, इसलिए दूसरे जिलों के कार्यक्रम स्थलों पर अन्य मंत्रियों की तस्वीर लगाई गई होगी. बात चाहे जो भी हो, लेकिन मोरहाबादी मैदान चर्चा के केंद्र में है. झारखंड के मुख्य विपक्षी पार्टी खूब चुटकी ले रही है.
इसे भी पढ़ें:मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गिनाएंगे सरकार की उपलब्धियां, राज्य को देंगे कई सौगात
समारोह स्थल पर केवल हेमंत की तस्वीर और आउटलेट्स
झारखंड में महागठबंधन की सरकार है, जिसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा, आरजेडी और कांग्रेस शामिल है, लेकिन मुख्य समारोह स्थल पर सिर्फ और सिर्फ हेमंत सोरेन के ही पोस्टर और बैनर लगाए गए हैं. बाकी उनके मंत्रियों की तस्वीर समारोह स्थल से नदारद है. यहां तक कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के कोटे के मंत्रियों की तस्वीर भी मोरहाबादी मैदान के बाहरी हिस्से में लगाई गई है. उन्हें भी समारोह स्थल पर जगह बनाने का मौका नहीं मिला.