रांचीः राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में नया शैक्षणिक सत्र 1 जुलाई 2022 से शुरू करने का निर्णय लिया है. साथ ही अगले 3 साल तक 11 -11 महीने के ही शैक्षणिक सत्र का निर्णय लिया है. इस पर झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ ने ऐतराज जताया है.
नए शैक्षणिक सत्र पर शिक्षक संघ को आपत्ति, कहा- आदेश पर हो पुनर्विचार
राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में नया शैक्षणिक सत्र 1 जुलाई 2022 से शुरू करने का निर्णय लिया है. इस पर झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ नाराज हो गया है. संघ ने आदेश पर पुनर्विचार की मांग की है.
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इसको लेकर झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष आनन्द किशोर साहू एव प्रदेश महासचिव बलजीत कुमार सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की है. इसमें दोनों शिक्षक नेताओं ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के पत्र को लेकर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से ही 1 अप्रैल से 30 जून तक विद्यालय का संचालन 6.30 AM से 11.30 PM तक किया जा रहा है.लेकिन प्राथमिक शिक्षा निदेशक द्वारा विद्यालय में पठन पाठन व्यवस्था सुधार एवं शिक्षकों की समस्याओं के समाधान करने की बजाय शिक्षकों और छात्रों को परेशान करने के उद्देश्य से नए नए फरमान जारी किए जा रहे हैं.
संघ ने कहा है कि इस गर्मी में विद्यालय संचालन का समय 7AM से 1PM किया जाना व्यावहारिक नहीं है. अगर इस आदेश पर पुनर्विचार नहीं किया गया तो शिक्षक बाध्य होकर आंदोलन करेंगे. कहीं से भी प्रातः कालीन विद्यालय का संचालन 12:00 बजे के बाद किसी भी परिस्थिति में संभव नहीं है, यह न तो छात्र हित में है और न ही शिक्षकों के हित में है. शिक्षक नेताओं ने पत्र के माध्यम से कहा कि झारखंड के विभिन्न जिलों की भौगोलिक स्थिति अलग-अलग है. सभी जगह तापमान दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. जल्द लू चलने लगेगी. अप्रत्याशित रूप से पड़ रही भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए इस पत्र में आवश्यक संशोधन किया जाना चाहिए.