रांची:राजधानी के धुर्वा इलाके से पकड़े गए कुख्यात गैंगस्टर अमन साव को पुलिस ने वापस जेल भेज दिया है. पुलिस ने 48 घंटे की रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की थी. हालांकि उसने कोई नई बात की जानकारी नहीं दी है. उसके पास से एके-47 राइफल बरामद करने में पुलिस फेल रही.
गिरफ्तार नहीं होता तो हो जाती कई हत्याएं
अमन को धुर्वा थाने के एक मामले में रिमांड पर लिया गया था. इस दौरान रांची के सिटी एसपी, हटिया एएसपी सहित कई पुलिस अधिकारियों ने अमन से पूछताछ की. अब तक की पूछताछ में अमन ने बताया की रंगदारी के लिए अमन के निशाने पर रांची के कई व्यवसायी और बिल्डर थे. इनसे रंगदारी के लिए कॉल किया जा चुका था, जिन लोगों ने रंगदारी देने से इनकार किया था, उनकी हत्या की जानी थी. शुरुआती दौर में रांची के चार कोयला व्यवसायियों की हत्या करना था. इससे पहले वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया. अमन साव ने यह भी खुलासा किया है कि वह अपनी पहचान छुपाकर रांची या राज्य से बाहर रहता था. उसने राहुल कुमार नाम से एक पहचान पत्र बना रखी थी. उसी आईकार्ड का इस्तेमाल कर वह होटलों में रूका करता था.
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विकास दुबे के इनकाउंटर के बाद से था दहशत में
अमन ने यह भी बताया है कि उत्तर प्रदेश के कुख्यात अपराधी विकास दुबे का एनकाउंटर किए जाने से वह दहशत में था. उसे डर था कि पुलिस उसे पकड़ेगी तो उसका भी एनकाउंटर कर देगी. जब पुलिस ने अमन को धुर्वा से दबोच लिया तब वह काफी डर गया था. उसे लगा था कि पुलिस अब उसका एनकाउंटर कर देगी. पकड़े जाने के बाद से ही पुलिस को बार-बार कह रहा था कि वह सरेंडर कर चुका है. वह भागने वाला नहीं है. अमन ने पुलिस को यह भी बताया कि वह सरेंडर की तैयारी में भी था.