रांची:मोहम्मद उर्फ नेपाली अमन श्रीवास्तव गिरोह का कुख्यात अपराधी है. उसके ऊपर एक दर्जन से अधिक आपराधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं. एटीएस के चंगुल से फरार होने के बाद वह अपना ठिकाना लगातार बदलकर रह रहा था. इसी बीच एटीएस की टीम को यह सूचना मिली कि मोहम्मद उर्फ नेपाली रांची के अरगोड़ा रेलवे स्टेशन के पास देखा गया है.
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जानकारी मिलने के बाद एटीएस ने अरगोड़ा इलाके में नजर रखनी शुरू की, इस दौरान अरगोड़ा में मोहम्मद के कुछ रिश्तेदार भी देखे गए तब एटीएस को यह पक्का विश्वास हो गया कि जरूर मोहम्मद भी अरगोड़ा इलाके में भी है. तलाशी के दौरान एटीएस की टीम को मोहम्मद उर्फ नेपाली अरगोड़ा स्टेशन के पास नजर आया .जिसके बाद एटीएस ने उसे घेर कर धर दबोचा.
50 लाख बरामदगी वाले मामले में भी है आरोपी:गिरफ्तार मोहम्मद उर्फ नेपाली श्रीवास्तव गिरोह के पास से मिले 50 लाख रुपये केस में भी नामजद है. इसके अलावा रांची और राज्य के दूसरे जिलों के थानों में भी मोहम्मद उर्फ नेपाली पर कई मामले दर्ज हैं.
एटीएस पर हुआ था हमला:मोहम्मद उर्फ नेपाली रांची के खलारी थाना क्षेत्र के राय का रहने वाला है. 17 जनवरी 2022 को एटीएस की टीम ने राज्य भर में अमन श्रीवास्तव गिरोह के अपराधियों के खिलाफ बड़ी रेड की थी. उसे दीन मोहम्मद उर्फ नेपाली गिरफ्तार करने के लिए भी एटीएस की टीम सादे लिबास में उसके ठिकाने तक पहुंची थी. यहां तक की एटीएस ने उसे गिरफ्तार भी कर लिया था. लेकिन जैसे ही एटीएस की टीम मोहम्मद और नेपाली को अपने साथ लेकर जाने लगी उसने शोर मचा दिया कि उसका अपहरण हो रहा है. जिसके बाद ग्रामीणों ने एटीएस की टीम पर हमला कर टीम का हथियार तक छीन लिए थे.
इस हमले में कई एटीएस अफसर को चोट आई थी, जिसके बाद एटीएस के द्वारा खलारी थाने में एफआईआर भी दर्ज करवाई गई थी. भीड़ का फायदा उठाकर उसे दीन मोहम्मद उर्फ नेपाली फरार होने में कामयाब हो गया था. उस समय से ही नेपाली अपने ठिकाने बदलकर एटीएस से बचता रहा था.