रांची: जनवरी माह में राजधानी से पिकनिक मनाने के लिए लोग पर्यटन विभाग का सहारा लेते हैं और वहां से गाड़ी की बुकिंग कर एक जगह से दूसरी जगह आना-जाना करते हैं लेकिन पर्यटन विभाग में ऐसा नहीं हो रहा है बुकिंग करने वाले लोगों को प्राइवेट बुकिंग की सुविधा देकर विभाग में कमीशन खोरी का मामला खूब जोर-शोर से चल रहा है. ऐसे में राज्य सरकार जहां एक तरफ सभी पर्यटन केंद्रों पर अपनी गाड़ियां मुहैया कराने में जुटी है. विभागीय अधिकारियों की ओर से पिछले 2 महीने से गाड़ियां उपलब्ध कराने के बावजूद बुकिंग नहीं हो पाती.
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पर्यटन विभाग अधिकारियों पर हो कार्रवाई
राज्य सरकार पर्यटन पर बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है. वहीं विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की कमीशन खोरी का खेल सालों से चलता आ रहा है. ऐसे में राज्य सरकार विभाग को अधिकारियों पर कार्रवाई करना होगा. यहां के अधिकारी और कर्मचारी की मिलीभगत से बुकिंग करने वाले लोगों को बाहर से प्राइवेट गाड़ियों को मुहैया कराकर प्राइवेट गाड़ियों से कमीशन लिया जाता है. कैमरे के सामने यहां के विभागीय अधिकारी कुछ बोलने से इंकार कर रहे हैं.
दिसंबर और जनवरी में नहीं हुई बुकिंग
जानकारी के अनुसार पर्यटन विभाग में आने जाने वाले लोगों को पिकनिक के लिए विभाग की गाड़ियां हैं लेकिन अधिकारी कमीशन के चक्कर में प्राइवेट गाड़ियां मुहैया कराते हैं, जबकि पर्यटन विभाग के कार्य विभाग में 2 महीने से ये गाड़िया पड़ी हुईं हैं, जिसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार नहीं ले रही है और ना ही विभाग के वरीय अधिकारी. पर्यटन विभाग से सुविधा लेने के चक्कर में लोग प्राइवेट गाड़ियों को ज्यादा पैसे में बुकिंग कर नेतरहाट और लोहरदगा जाते हैं विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि दिसंबर और जनवरी माह में अभी तक एक भी बुकिंग नहीं हुई है.