रांची:दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद की बैठक पर पूरे देश की निगाहें टिकी थीं. बैठक में लिए गए फैसलों पर कई राजनीतिक गतिविधियों के कयास लगाए जा रहे हैं. कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित बैठक में शामिल हुए झारखंड के नेताओं को विशेष दिशा-निर्देश भी दिये गये हैं. जनता दल यूनाइटेड के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने बैठक में शामिल झारखंड के नेताओं के साथ विशेष बैठक की. जिसमें प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश स्तर के सभी नेताओं को कई जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए.
जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में शामिल होने के लिए झारखंड जेडीयू के वरिष्ठ नेता श्रवण कुमार रविवार को रांची पहुंचे. झारखंड पहुंचने के बाद ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह नियमित मुलाकात थी. हर साल ऐसी बैठक होती है. जनता दल यूनाइटेड द्वारा आयोजित इस बार की बैठक इसलिए अहम थी क्योंकि इस बैठक में पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अपना इस्तीफा दे दिया क्योंकि उन्हें क्षेत्र में मुंगेर लोकसभा चुनाव की तैयारी करनी है. ललन सिंह के इस्तीफे के बाद कार्यकर्ताओं के अनुरोध पर पार्टी की कमान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौंपी गई, जिसे पार्टी के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार ने स्वीकार कर लिया.
नीतीश कुमार झारखंड से करेंगे चुनाव का शंखनाद:रांची पहुंचने के बाद प्रदेश स्तरीय वरिष्ठ नेता श्रवण कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद की बैठक में 21 जनवरी को रामगढ़ में होने वाली नीतीश जोहार यात्रा पर भी चर्चा हुई. पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद नीतीश कुमार 2024 के चुनाव का शंखनाद झारखंड से करेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 21 जनवरी की तैयारियों को लेकर कार्यकर्ताओं से कई जानकारी भी ली. उन्होंने बताया कि 29 दिसंबर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो समेत सभी वरिष्ठ नेताओं को कई दिशा-निर्देश दिये गये. इस बात पर भी चर्चा हुई कि आगामी लोकसभा चुनाव और झारखंड में विधानसभा चुनाव में पार्टी किस तरह से सदन में अपनी मौजूदगी का एहसास कराये.
शीर्ष स्तर पर बदलाव के बाद झारखंड में बदलाव की संभावना के सवाल पर जेडीयू नेता श्रवण कुमार ने कहा कि झारखंड के संगठन में किसी तरह के बदलाव की कोई चर्चा नहीं हुई है. इससे पहले की बैठक में प्रदेश प्रभारी अशोक चौधरी और सह प्रभारी मनोज यादव ने जो भी निर्णय लिया है, उस पर कार्यकर्ताओं को काम करने का निर्देश दिया गया है.