रांची: राज्यसभा सभा चुनाव 2016 में जगन्नाथपुर पुलिस ने शुक्रवार को बड़कागांव की पूर्व विधायक निर्मला देवी का बयान दर्ज कर लिया. इससे पहले गुरुवार को जगन्नाथपुर थानेदार और केस के अनुसंधानक अभय कुमार सिंह ने रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार जाकर पूर्व मंत्री योगेंद्र साव का भी बयान दर्ज कराया था. गौरतलब है कि सीआईडी एडीजी अनिल पल्टा के द्वारा केस की समीक्षा के बाद रांची डीआईजी अखिलेश कुमार झा ने 40 बिंदुओं पर जांच का आदेश दिया था. इसके बाद जगन्नाथपुर पुलिस ने नए सिरे से केस में अनुसंधान शुरू किया है.
निर्मला देवी का बयान
बड़कागांव की पूर्व विधायक निर्मला देवी ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि 9 जून 2016 को उनके सलाहकार मंटू को तत्कालीन सीएम के सलाहकार अजय कुमार का फोन आया था. फोन पर निर्मला देवी से बातचीत के बाद उन्होंने तत्कालीन एडीजी स्पेशल ब्रांच अनुराग गुप्ता के यहां बुलाया गया था. निर्मला देवी के मुताबिक जब वह एडीजी के घर गई थी तब वहां पहले से उनके पति योगेंद्र साव, मुख्यमंत्री के सलाहकार अजय कुमार और एडीजी अनुराग गुप्ता मौजूद थे. वहां पर अजय कुमार ने कहा कि अगर वह वोट देने नहीं जाएंगी तो आपके ऊपर के सारे केस को खत्म कर दिया जाएगा. इसके साथ ही उनके सभी काम होंगे और उनको एक करोड़ रुपए भी मिलेंगे. निर्मला देवी ने बताया कि जवाब में उन्होंने कुछ भी नहीं कहा और आगे की सारी बात उनके पति योगेंद्र साव से की गई.