रांचीःअनगड़ा इलाके के महेशपुर गांव के रहने वाले मुबारक खान की चोरी के आरोप में पीट-पीटकर हत्या के मामले में पुलिस ने नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है.
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माहौल तनावपूर्ण
घटना को लेकर दूसरे दिन सोमवार को भी लोगों में आक्रोश रहा. घटनाक्रम को लेकर इलाके में तनावपूर्ण माहौल है. सिरका गांव की मुखिया अनीता देवी का महेशपुर चौक के पास आक्रोशित महिलाओं ने पुतला फूंका, शनिवार की रात में हुए घटनाक्रम के बाद पुलिस की ओर से मुबारक का शव उठाकर थाने ले जाने देने की बात से वे मुखिया से नाराज थे. ग्रामीणों का आरोप था कि, मुखिया की पहल पर ही पुलिस शव को उठाकर थाना ले गई. मुखिया के खिलाफ नारेबाजी भी की गई. आक्रोश बढ़ रहा था, सड़क जाम करने की भी तैयारी में थे, हालांकि पुलिस के समझाने बुझाने पर मामला शांत हो गया. इधर, सोमवार को महेशपुर कब्रिस्तान में मुबारक खान के शव को सुपुर्द ए खाक कर दिया गया. कड़ी सुरक्षा के बीच मुबारक के शव को दफनाया गया. जनाजे में ग्रामीण एसपी नौशाद आलम भी शामिल हुए. ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने शव को कंधा दिया और मिट्टी भी दी.
मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा
दफनाए जाने के लिए जनाजा निकालने से पूर्व ग्रामीणों ने मुआवजा की मांग को लेकर हंगामा भी किया. बगैर मुआवजा के ग्रामीण शव उठने नहीं दे रहे थे. इसके बाद ग्रामीण एसपी नौशाद आलम और सिल्ली डीएसपी ख्रिस्टोफर केरकेट्टा महेशपुर पहुंचे. ग्रामीण एसपी ने मृतक की विधवा तबस्सुम खातून को पचास हजार रुपये की राशि दी. नौशाद आलम ने बताया कि, एसएसपी रांची के निर्देश पर पुलिस विभाग की ओर से राशि दी जा रही है. कागजी कारवाई के बाद मॉब लिंचिंग में मारे गए मुबारक के पीड़ित परिजनों को मिलनेवाले दो लाख रुपये मुआवजा राशि का भी भुगतान कराया जाएगा. इसके अलावा खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने भी पांच हजार रुपये की मदद की. पारिवारिक लाभ योजना के तहत अंचल कार्यालय अनगड़ा की ओर से अंचल पदाधिकारी पुष्पक रजक ने तीन हजार रुपये दिया, शेष राशि का भुगतान कागजी कारवाई के बाद दिए जाने की बात कही गई.