रांची: मगध-आम्रपाली कोल परियोजना में टेरर फंडिंग के मामले में एनआईए अर्जुन गंझू से पूछताछ करेगी. टीपीसी से जुड़े अर्जुन को चतरा पुलिस ने गिरफ्तार किया था. अर्जुन टेरर फंडिंग मामले में जुड़ा रहा है.
आक्रमण का है करीबी
सीसीएल के कर्मी रहे अर्जुन को फरार टीपीसी कमांडर आक्रमण का करीबी माना जाता है. आक्रमण के साथ मिलकर विस्थापित कमेटी और गांव की शांति समिति के जरिए अर्जुन कोल ट्रांसपोर्टरों से लेवी वसूलता था. एनआईए ने इस मामले में जांच शुरू करने के बाद टीपीसी के कोहराम, सीसीएल, कोल कारोबारी और उग्रवादियों के लाइजनर सुभान मियां, ट्रांसपोर्टर छोटू सिंह, आधुनिक ग्रुप के संजय जैन समेत कई कारोबारियों के खिलाफ चार्जशीट किया है.
रांची: सीसीएल की नौकरी छोड़ नक्सली बना अर्जुन गंझू, पूछताछ करेगी एनआईए - टेरर फंडिंग केस पर पुछताछ करेगी एनआईए
रांची में टेरर फंडिंग मामले में अर्जुन गंझू से अब एनआईए पूछताछ करेगी. बता दें कि अर्जुन गंझू नक्सली इलाके में काम करने वाले कई ट्रांसपोर्टरों और लिफ्टरों के संपर्क में था. वहीं एनआईए को अर्जुन से पूछताछ करने के लिए कई नई जानकारियां मिल गई हैं.
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जांच में आ सकते हैं नए तथ्य
एनआईए की जांच शुरू होने के बाद टीपीसी से जुड़े कई नक्सली इलाका छोड़ चुके थे. ऐसे में अंडरग्राउंड रह कर अर्जुन गंझू इलाके में काम करने वाले कई ट्रांसपोर्टरों और लिफ्टरों के संपर्क में था. एनआईए को अर्जुन से पूछताछ में कई नई जानकारियां मिल सकती हैं.
अब तक ये बड़े आरोपी हैं
फरार कोल परियोजनाओं से वसूली के मामले में एनआईए को टीपीसी के सरगना ब्रजेश गंझू, आक्रमण , मुकेश गंझू, भीखन गंझू, अनिश्चय गंझू समेत अन्य की तलाश है. एनआईए ने इन उग्रवादियों को फरार भी घोषित किया है.