रांची: झारखंड में वर्षों से स्वास्थ्य विभाग में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत अनुबंध पर सेवा दे रहीं ANM-GNM नर्सों, पारा मेडिकलकर्मियों ने 16 जनवरी को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने की घोषणा की है (NHM contracted nurses will Protest on January 16). इससे पहले आज अनुबंधित नर्सों-पारा मेडिकलकर्मियो के शिष्टमंडल ने रांची की सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार और डीसी राहुल कुमार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर अपनी मांग और आंदोलन की रूपरेखा से अवगत कराया.
16 जनवरी को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगी राज्य की NHM अनुबंधित नर्सें, अन्य अनुबंधित मेडिकलकर्मी भी देंगे साथ - Jharkhand news
झारखंड में 16 जनवरी के स्वास्थ्य विभाग में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अनुबंध पर सेवा दे रहे मेडिकलकर्मी आंदोलन करेंगे. इसके तहत वे 16 जनवरी को सीएम आवास का घेराव करेंगे (NHM contracted nurses will Protest on January 16). यही नहीं इनका कहना है कि अगर इनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो ये आमरण अनशन भी करेंगे.
![16 जनवरी को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगी राज्य की NHM अनुबंधित नर्सें, अन्य अनुबंधित मेडिकलकर्मी भी देंगे साथ NHM contracted nurses will Protest on January 16](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-17428853-760-17428853-1673166971456.jpg)
झारखंड के अन्य जिलों में भी डीसी के माध्यम से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मियों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है. ज्ञापन में अनुबंध कर्मियों ने अपनी वर्षों पुरानी मांग और सरकार के वादाखिलाफी, सेवा नियमितीकरण को लेकर सरकार का उदासीन रवैया का जिक्र है, आंदोलन की घोषणा करने वाली अनुबंधित नर्सों के संगठन ने मुख्यमंत्री आवास घेराव के साथ साथ हड़ताल से संबंधित कार्यक्रम की घोषणा की है.
क्या है अनुबंधित नर्सों और पारा मेडिकलकर्मियो की मांग:पारामेडिकल नियमावली 2018 में आंशिक संशोधन करते हुए स्वास्थ्य विभाग के सभी पारा मेडिकल कर्मियों का वर्ष 2014 की तरह विभागीय नियमितीकरण की प्रकिया अविलंब शुरू करने की मुख्य मांग है. इसके अलावा राज्य में NHM के तहत करीब 4600 ANM नर्से, 1000 GNM नर्सें और 2400 क करीब पारा मेडिकल स्टाफ हैं जो 10 वर्ष से अधिक समय से अनुबंध पर सेवा दे रहे हैं, जिनकी मांग है कि उनकी सेवा अब स्थायी की जाए.
यह है आंदोलन की रूपरेखा:इस आंदोलन के तहत 17 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल और रांची राजभवन के धरना प्रदर्शन किया जाना है. अगर इसके बाद भी इनकी मांगें पूरी पूरी नहीं होती है तो 24 जनवरी से आमरण अनशन की करने का निर्णय लिया गया है. ये अंशन उस वक्त तक चलता रहेगा जब तक अनुबंधित नर्सों-पारा मेडिकल कर्मियों की विभागीय नियमितीकरण की प्रक्रिया शुरू नहीं हो जाएगी.