रांचीः राजधानी में सुरक्षा के मद्देनजर बड़ी कवायद की गई है. इसके तहत राजधानी क्षेत्र के थानों को तीन जोन में बांटा गया है. जबकि डीएसपी स्तर के अधिकारियों के कार्यक्षेत्र को दो सुपर जोन में बंटा गया है. इस पहल से सुरक्षा को लेकर व्यापक कदम उठाए गए हैं.
क्या की गई है पहल
रांची शहर में वर्तमान में 30 पीसीआर, 19 माइक की तैनाती है. जोन 1 में सदर, बरियातू, लालपुर, खेलगांव, बीआईटी मेसरा, गोंदा, जोन 2 में लोअर बाजार, चुटिया, डेली मार्केट, कोतवाली, सुखदेवनगर और पंडरा ओपी, जबकि जोन 3 में अरगोड़ा, जगन्नाथपुर, धुर्वा, तुपुदाना, डोरंडा और हिंदपीढ़ी थाने के इलाके के रखा गया है.
थानेदार करेंगे गश्ती
हर जोन के लिए रात 11 बजे से सुबह तक एक थानेदार पर रात में पुलिस गश्ती की जांच का जिम्मा होगा. सुपर जोन के डीएसपी की भी जिम्मेदारी कम से कम 50 प्रतिशत पीसीआर, माइक की जांच की होगी. रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने पुलिस की गश्ती के लिए तैनात पीसीआर का एसओपी बनाया है, वहीं राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग आईजी मानवाधिकार नवीन कुमार सिंह कर रहे हैं.
व्यवस्था की खामियों से कराना होगा अवगत
रात में पुलिसिया गश्ती और सुरक्षा की जांच रात 11 बजे से 4 बजे तक निगरानी के बाद डीएसपी और थानेदार स्तर के अधिकारी गश्ती व्यवस्था की खामियों से एसएसपी को अवगत कराएंगे. इसके अलावा सिटी कंट्रोल के पुलिसकर्मी भी रोजाना 7 पीसीआर की जांच करेंगे.
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क्या-क्या होगी जांच
- पीसीआर के चालक और गार्ड की सतर्कता के साथ लोकेशन की जांच